भारत चौहान नई दिल्ली , प्रवासी बंगीय समाज ने जेएनयू के कन्वेंशन सेन्टर में बंगाली नव वर्ष 1425 मनाया। इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अखिल भारतीय सह प्रचारक प्रमुख अद्वैत चरण दत्त ने कहा कि जेएनयू में केवल सीताराम यचुडी, उमर खालिद, कन्हैया कुमार जैसे देशद्रोही निकलते हैं जो देश के टुकड़े-टुकड़े करना चाहते हैं। क्या हम यहां स्वामी विवेकानंद, नेताजी सुभाषचंद्र बोस या वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बोस जैसे लोगों नहीं बना सकते। हर एक शिक्षा प्रतिष्ठान को देश के लिए काम करना चाहिए। हमें अखंड भारत व भारत के इतिहास का पता होना चाहिए। रवींद्रनाथ ठाकुर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह से कम्युनिस्ट ने उनका अपमान किया है जिससे उनकी देशभक्ति उजागर नही हुई। हर जगह इतिहास को कम्युनिष्टों ने ही विकृत किया। यह देश को पता होना चाहिए। हिंदू धर्म मानवता का धर्म है। यह धर्म सभी को जीना सिखाता है। हमारे धर्म की संस्कृति सर्वोपरि है।
कार्यक्रम में मुख्य इकनोमिक एडवाइजरी काउंसिल के चेयरमैन विवेक देवरॉय,विहिप के क्षेत्रीय संगठन मंत्री करु णा प्रकाश, स्वामी ऋतु प्रकाश, मल्लिका नड्डा, अभिनेत्री लकेट चटर्जी उपस्थित रहे। करूणा प्रकाश ने कहा कि बंगाल में वर्तमान राजनीतिक व सांकृतिक परिस्थिति गंभीर होती जा रही है। इसपर हमें चिन्तन व मनन करने की आवश्यकता है और वहां के हिन्दुओं के बारे में काम करने की आवश्यकता है। स्वामी ऋतुप्रकाश ने उपनिषद का जिक्र करते हुए कहा, शुद्ध सोच व विचार सबके अंदर होना चाहिए। जब इंद्रियों से शुद्ध विषय मन तक पहुंचता है, तो मन शुद्ध हो जाता है। नए साल में इस तरह के दृढ़ संकल्प के साथ नव वर्ष की शुरु आत होनी चाहिए जिससे कि जीवन सुख शांतिमय बना रहे। विहिप के मीडिया प्रमुख महेंद्र रावत ने मंच का संचालन किया।