ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली – स्वास्थ्य विभाग बेशक बरशाती मौसम में उत्पन्न होने वाली मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए हर संभव युद्धस्तर पर जुटा हुआ है। लेकिन इसके ठीक इतर पूर्वी दिल्ली के सुरजमल बिहार स्थित यमुना क्रीड़ा स्थल परिसर प्रशासन की उदासीनता चरम पर है। परिसर के विशाल कम्पलेक्स में जगह जगह जलभराव हो गया है। बीते दिनों हुई बारिश का पानी अब तक निकासी नहीं की गई है। नतीजतन यहां पर डेंगू, मलेरिया जनित मच्छरों के प्रजनन की संभावनाएं प्रबल हो गई है। बीते तीन दिनों के दौरान यहां पर कम से कम चार लोगों को डेंगू फीवर पोजिटिव पाया गया है। परिसर में अनुबंध पर काम करने वाले राजीव कुमार (49) को डेंगू फीवर होने के बाद जीटीबी अस्पताल के डेंगू फीवर क्लीनिक में उपचार किया गया। राजीव कुमार के अलावा अब तक जो फीवर की गिरफ्त में आ चुके हैं उनमें राहुल (34), दिनेश(45), भूमिका (12) के नाम बताए गए। भूमिका यहां प्रैक्टिस करने आती है। आसपास आबाद कालोनियों में भी इसका असर देखा जा रहा है।
गार्ड करते हैं मनमानी:
यमुना स्पोर्ट्स कम्पलेक्स के अधिकारी ने कहा कि गार्ड ड्यूटी पर नहीं रहते हैं। तीन पालियों में जिन सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी रहती है उनमें से एक तिहाई नदारद रहते हैं। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की देखरेख में परिचालित इस क्रीडास्थल में विभिन्न खेलों में शिरकत करने वाले प्रतिभाशाली युवा खिलाडी प्रैक्टिस करते हैं। जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करते हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा के साथ ही बेहतरीन हेल्दी माहौल पैदा करना प्रशासन की नैतिक जिम्मेदारी है। आर्चरी (तीरंदाजी) सेंटर में 12 से अधिक खिलाड़ियों ने गंदगी को लेकर आक्रोश जताया। उनका कहना है कि यह र्वल्ड क्लास सेंटर है यहां प्रैक्टिश करने वाले खिलाड़ी देश का नाम रोशन करते रहे है। सुरक्षा कर्मी अक्सर उनसे बदसलुकी करते हैं। जांच के नाम पर वे बेवजह अभद्रता करते हैं। बीते सोमवार को डीबीसी चैकर्स लार्वा की स्थिति का आकलन करने आए थे। लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें अंदर प्रवेश करने से मना कर दिया।
शिकायत पहुंची डीडीए मुख्यालय:
स्टूडेंटें्स के एक समूह ने लिखित में डीडीए के उपाध्यक्ष के साथ ही उपराज्यपाल को स्थिति से अगवत करा चुके हैं। भेजे शिकायती पत्र में अनुरोध किया गया है कि यहां सुरक्षा व्यवस्था सुधारने के साथ ही परिसर में हो रहे गढ्ढे और उनमें जलभराव की स्थिति से बचाव के लिए जल्द से जल्द उचित कदम उठाया जाए। पत्र की एक प्रति केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्ष वर्धन को भी भेजी गई है। उसमें परिसर का दौरा करने का अनुरोध किया गया है। इस बारे में परिसर के एक प्रशासनिक अधिकारी डा. रोहित राव ने कहा कि स्थिति को सुधारी जा रही है। शिकायतों को हम गंभीरता पूर्वक निदान करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी कर चुके हैं।