ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली , देश की राजधानी दिल्ली गवन्रेस मॉडल के मामले में सबसे बेहतर है दरअसल, नीति आयोग ने एक सूची जारी की है। जारी की गई सूची के आंकड़ों में यह दर्शाया गया है कि प्रगतिशील राज्यों में दिल्ली सबसे आगे होने के साथ ही आंकड़ों की तुलना में दिल्ली अन्य राज्यों से बहुत आगे है। दिल्ली में शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी एवं आम जनता के जीवन स्तर को सुधारने के क्षेत्र में कई प्रसंशनीय परिवर्तन किए गए हैं।
पार्टी मुख्यालय में शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजाय कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार के अधीन आने वाले संस्थान नीति आयोग ने भी माना कि दिल्ली का गवर्निग मॉडल सबसे बेहतर है। नीति आयोग द्वारा जारी की गई प्रगतिशील राज्यों की सूची में दिल्ली राज्य सबसे बेहतर है। उन्होंने कहा कि न केवल दिल्ली सबसे बेहतर है बल्कि आंकड़ों के आधार पर अगर देखा जाए तो दिल्ली अन्य राज्यों के मुकाबले बहुत आगे है।
केजरीवाल ने किया हर वादा पूरा:
अजॉय कुमार ने कहा कि जिस दिन से आम आदमी पार्टी की सरकार बनी, सरकार ने अपने सबसे पहले वादे बिजली का बिल हाफ और पानी माफ पर काम करना शुरू कर दिया था और अरविंद केजरीवाल जी के नेतृत्व में इस नारे को धरातल पर लाने में दिल्ली सरकार सफल रही। उन्होंने कहा कि दिल्ली में इतने अद्भुत परिवर्तन होने के पीछे एक सबसे बड़ा कारण यह है कि आम आदमी पार्टी में जो नेतागण हैं, वह सभी पढ़े लिखे और समझदार लोग हैं। यह सभी लोग पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ दिल्ली की जनता की भलाई के लिए दिन रात काम कर रहे हैं।
गोयल पर कसा तंज:
कुमार ने कहा कि एक तरफ तो दिल्ली सरकार दिल्ली की जनता के जनजीवन को सरल एवं सुगम बनाने के लिए दिन रात काम कर रही है, वहीं हमारे राजनीतिक प्रतिद्वंदी भाजपा के नेता इस बात से नाखुश हैं कि दिल्ली की जनता को इतनी सुविधाएं क्यों दी जा रही हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं सांसद विजय गोयल का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता को जो मुफ्त बिजली दी जा रही है उस पर विजय गोयल जी आपत्ति जताते हैं, कि दिल्ली की जनता को दिल्ली की सरकार मुफ्त बिजली क्यों दे रही है। उन्होंने कहा कि मैं उनसे कहना चाहता हूं कि सांसद को जो सालाना पचास हजार यूनिट मुफ्त बिजली मिलती है, उस मुफ्त बिजली का त्याग करें और उनके द्वारा इस्तेमाल की जा रही बिजली के बिल का भुगतान करें, तब माना जाएगा कि उनकी बात और उनका त्याग सत्य है। गोयल तो खुद तो मुफ्त बिजली का आनंद ले रहे हैं और जब दिल्ली सरकार दिल्ली की जनता को मुफ्त बिजली देती है तो विजय गोयल जी को परेशानी हो जाती है।
यह भी:
सन 2013 में बिजली से संबंधित कुछ आंकड़ों का हवाला देते हुए कुमार ने कहा कि 2013 में 100 यूनिट के लिए एक परिवार को 365 रु पए का भुगतान करना पड़ता था, 200 यूनिट के लिए लगभग 690 रु पए का भुगतान करना पड़ता था।
परंतु जब से दिल्ली में आप सरकार आई है, पिछले 5 सालों में एक बार भी बिजली के दाम नही बढ़ाए गए, बल्कि आज 200 यूनिट तक दिल्ली में बिजली मुफ्त उपलब्ध कराई जा रही है। 2013 में 300 यूनिट के लिए 1265 रु पए का भुगतान करना पड़ता था, आज आम आदमी पार्टी दिल्ली सरकार द्वारा इसे घटाकर आधा कर दिया गया है। आज दिल्ली में 300 यूनिट के लिए मात्र 527 रु पए का भुगतान करना पड़ता है। अगर पूरे देश के अलग-अलग राज्यों में बिजली के जो दाम हैं, उनका आकलन किया जाए तो आज देश में सबसे सस्ती बिजली दिल्ली की जनता को मिल रही है।