ज्ञानप्रकाश
नई दिल्ली , समय पर काम पूरा करने, गुणवत्तापूर्ण निर्माण करने और कम खर्च में काम पूरा करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्लूडी) ने 16 नयी प्रौद्योगिकियों को अपनाया है। सीपीडब्लूडी के
165 वर्ष पूरे होने के सफर के अनुभव को शेयर करते हुए महानिदेशक प्रभाकर सिंह ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विभाग ने बहुत सारे नए समझौता ज्ञापन पत्रों पर हस्ताक्षर किये हैं और कई नए नीतिगत फैसलों को लागू किया है।श्री सिंह ने कहा के निर्माण कायरे में नई, स्वच्छ और हरित प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने के लिए सीपीडब्लूडी ने नई नवाचारी प्रौद्योगिकियों को कायरे में अपनाया गया है।
सीपीडब्लूडी में कार्य निष्पादन की चर्चा करते हुए श्री सिंह ने कहा कि विभाग के हाथ में इस समय जो कार्य और परियोजनाएं हैं तथा मिलने वाले नए स्वीकृत कार्य हैं या स्वीकृति की प्रक्रिया में हैं, उन्हें मिला कर विभाग के पास डेढ़ लाख करोड़ रूपए के निर्माण कार्य हैं। उन्होंने बताया इस समय 40 हजार करोड़ रूपए के 2000 से अधिक निर्माण कार्य चल रहे हैं। वर्ष 2018-19 के दौरान विभाग ने इससे पिछले वर्ष 2017-18 के मुकाबले लगभग 16 प्रतिशत अधिक निर्माण कार्य किया। पिछले एक वर्ष में जिन कार्यों और परियोजनाओ को पूरा किया गया, उनमें शामिल प्रमुख कायरे में नई दिल्ली समाधि स्मारक ‘सदैव अटल’ (यह कार्य 42 दिन पूरा किया गया), दांडी, गुजरात में ‘नेशनल साल्ट सत्याग्रह मेमोरियल’, महिपालपुर में अंडरपास और फ्लाईओवर परियोजना तथा कई और परियोजनाएं और भवन शामिल हैं। श्री सिंह ने कहा कि वर्ष 2019-20 में जिन निर्माण कार्यों को पूरा करने का लक्ष्य है, उनमें नई दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट एक्सटेंशन बिल्डिंग, अटल अक्षय उर्जा भवन तथा भारत के प्रधान मंत्रियों से सम्बंधित संग्राहलय और देश के विभिन्न भागों में कई परियोजनाओं का निर्माण शामिल है।