आप कांग्रेस के गठबंधन से नाराज हुए बीजेपी के सिख नेता केजरीवाल को दी अंजाम भुगतने की चेतावनी

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भारत चौहान नई दिल्ली,नई दिल्ली, 17 अप्रैल। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री सरदार आर पी सिंह ने आज प्रदेश कार्यालय पर एक तरफ आम आदमी पार्टी द्वारा अपने 2013, 2014 और 2015 के घोषणा पत्रों में दिल्ली के सिखों से किये वादे कि यदि वो सत्ता में आते है तो 1984 के नरसंहार के दोषी कांग्रेस के नेताओं को जेल में डाल कर सिखों को समुचित न्याय देने का काम करेगें और दूसरी तरफ कांग्रेस के सामने गठबंधन के लिए गिड़ गिड़ाने पर आम आदमी पार्टी के दोहरे चरित्र का पर्दाफाश करने को लेकर प्रेस वार्ता की। इस प्रेस वार्ता में दिल्ली प्रदेश के उपाध्यक्ष श्री राजीव बब्बर, सिख प्रकोष्ठ के संयोजक श्री कुलदीप सिंह, मीडिया के सह-प्रभारी श्री नीलकांत बक्शी एवं मीडिया प्रमुख श्री अशोक गोयल देवराहा उपस्थित थे।

पत्रकारों को सम्बोधित करते हुये भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री सरदार आर पी सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी के 66 विधायक होने के बाद भी शून्य विधायकों वाली कांग्रेस के दरवाजे पर गठबंधन के लिए गिड़गिड़ा रही है। कांग्रेस के दरवाजे पर कटोरा लेकर खड़ी आम आदमी पार्टी आज यह भूल गई कि उसने 2015 में दिल्ली की जनता से राय सुमारी करके बनाये गये अपने दिल्ली डायलॉग में उसने 1984 सिख विरोधी दंगों के लिए कांग्रेस के बड़े नेताओं को पूरी तरह दोषी बताया था। आज जिस श्रीमती शीला दीक्षित के साथ केजरीवाल फोटो खिचवातें है वहीं श्रीमती शीला दीक्षित पर केजरीवाल ने 370 पेजों का आरोप लगाकर सत्ता में आते ही उन्हे जेल में डालने की बात कही थी। कांग्रेस के हाथ सिखों के खून से रंगे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कभी भी सिख दंगों के लिए सिख समुदाय से माफी नहीं मांगी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से समझौते का लगातार प्रयास कर आम आदमी पार्टी के मुख्यिा अरविन्द केजरीवाल सिखों की भावनाओं पर नमक छिड़क रहे है।

सरदार आर पी सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने अपने 2013 के घोषणा पत्र में वादा किया था कि 1984 में हुए सिखों के कत्लेआम के दोषी कांग्रेसी नेताओं को सजा दिलवाने के साथ सिखों को समुचित न्याय दिलवायेगें। कांग्रेस ने जिन मामलों को गलत तरीके से बंद कर दिया गया उसकी समीक्षा की जायेगी। ऐसे कई मामले हैं जिनमें जांच ठीक से नहीं की गई अथवा सभी गवाहों के बयान नहीं लिए गए इन सभी मामलों में न्याय दिलवाने की कोशिश की जायेगी। 1984 के कत्लेआम दंगों के शिकार परिवार आज तिलक विहार जैसी दिल्ली की कुछ बस्तियों में रहते हैं यहां पर इनकी हालत बहुत खराब है। इनके मकान टूटे हुए हैं, सड़कें टूटी हुई हैं, छत गिर रही हैं, बच्चों के लिए कोई स्कूल नहीं है, कोई अस्पताल नहीं है, कोई रोजगार नहीं है, इन परिवारों का पुनर्वास करेगी। पीड़ित परिवारों को रोजगार देने का वायदा आम आदमी पार्टी ने किया था आज हम पूछना चाहते है कि कहां है वो रोजगार जो केजरीवाल इन पीड़ितो को देना चाहते थे। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के सिख समुदाय को गुमराह करने के साथ धोखा दिया है जिसका उचित जवाब चुनावों में सिख समुदाय जरूर देगा।

सरदार आर पी सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने 2014 के घोषणा पत्र में सिखों को न्याय दिलाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट गठित करने का वादा किया था और दोषी कांग्रेसी नेताओं पर त्वरित कार्रवाई करने का सिख समुदया को भरोसा दिलवाया था लेकिन 6 साल बीत जाने के बाद आज 2019 में भी आम आदमी पार्टी ने सिख समुदाय से जो वादा किया था उसे पूरा नहीं किया। दूसरी तरफ आज सिख विरोधी दंगों के लिए दोषी कांग्रेस से हाथ मिलाने के लिए किस स्तर पर समझौता करने को तैयार है यह दिल्ली की जनता भलीभांति समझ चुकी है।

सरदार आर पी सिंह ने बताया कि आम आदमी पार्टी के विधायकों ने विधानसभा में राजीव गांधी के भारत रत्न वापस लाने का प्रस्ताव सदन के पटल पर रखा था लेकिन कांग्रेस के दबाव के बाद इस प्रस्ताव को वापस ले लिया गया था तभी दिल्ली की जनता को पता चल गया था कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की आपस में सांठगांठ है। मैं पूछना चाहता हूँ कि आम आदमी पार्टी के तीनों सिख विधायकों ने सिखों के साथ अन्याय करने वाली अपनी पार्टी का विरोध क्यों नहीं किया। तीनों विधायकों की चुप्पी सिख समुदाय को आहत कर रही है जिसके लिए दिल्ली भाजपा मांग करती है की आम आदमी पार्टी के तीनों सिख विधायक इस्तीफा दें।

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