ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली , राजधानीवासियों गंतव्य पर पहुंचने के लिए सटीक सेवाएं देने में दक्ष और लोगों के लिए लाइफ लाइन माने जाने वाली दिल्ली मैट्रो रेल कारपोरेशन (डीएमआरसी) अब अपनी पार्किग स्थलों पर साइकिल स्टैंड की पहल शुरू की है। मेट्रो प्रबंधन का तर्क है कि यह पहल परिवहन इको फ्रेंडली बनाना है।
छोटी-छोटी दूरियां तय करने के लिए मेट्रो यात्रियों के बीच साइकिल के उपयोग को बढ़ावा देने तथा परिवहन के पर्यावरण हितैषी मोड का प्रसार करने की दृष्टि से पार्किंग स्थानों की व्यवस्था वाले मेट्रो स्टेशनों में साइकिल स्टैंड की स्थायी सुविधा देने संबंधी पहल प्रारंभ कर दी है। वर्तमान में यह सुविधा दिल्ली मेट्रो नेटवर्क के विभिन्न स्टेशनों में 18 पार्किंग स्थानों पर पहले से चल रही है। जिन मैट्रो स्टेशनों पर यह सुविधाएं प्रदान की जा रही है उनमें मुख्य रुप से लाइन एक में सीलमपुरी, शाहदरा, तीस हजारी, वेलकम, रिठाला। लाइन दो में साकेत, अर्जनगढ़, छतरपुर, लाइन 3 और 4 पर द्वारका मोड़, द्वारका, द्वारका सेक्टर 21 है। लाइन 5 में मुंडका, नांगलोई, पीरागढ़ी, लाइन 6 में तुगलकाबाद, बदरपुर, सरिता विहार, लाइन 8 में ओखला र्बड सेंचुअरी, नवादा, उत्तम नगर ईस्ट तथा विविद्यालय
मेट्रो स्टेशनों में भी पार्किंग स्थानों को स्थायी साइकिल स्टैंड के लिए चिह्नित किया गया है। जिनको कुछ दिनों के भीतर स्थापित किया जाएगा। यह सुविधा आगे चरणबद्ध तरीके से और अधिक स्टेशनों में शुरू की जाएगी। इन स्थायी साइकिल स्टैंडों में कई साइकिलों की पार्किंग की क्षमता है तथा यह सुविधा साइकिलों की सुरक्षा के लिए लॉकिंग मैकेनिज्म के साथ प्रदान की जाएगी। अधिकारी ने जारी बयान में कहा कि वर्तमान समय में फीडर बस चल रही है, बैट्री चालित आटो भी चलत हैं। लेकिन यह सवारी सामान्य लोगों के लिए कुछ महंगी पड़ रही है। इनका प्रयोग करने के बाद भी उन्हें लंबा पैदल यात्रा तय करना पड़ता है। इसलिए साइकिल की सुविधा दिए जाने से यह तय है उन्हें आर्थिक मदद मिलने के साथ ही पर्यावरण को भी बढ़ावा मिलेगा।
यह भी:
डीएमआरसी कुछ प्राइवेट ऑपरेटरों के सहयोग से पहले ही अपने नेटवर्क के 19 स्टेशनों को कवर करते हुए 20
साइकिल शेयरिंग सर्विस स्टैंड परिचालित (ऑपरेटरों के माध्यम से) कर रहा है। मेट्रो नेटवर्क में हाल में हुए विस्तार
के बाद, इन साइकिल शेयरिंग सर्विस स्टैंडों के लिए 13 और स्टेशनों को चिह्नित किया गया है जो कुछ सप्ताह में
कार्य करना शुरू कर देगा। डीएमआरसी के अधिकारी का मानना है कि इस पहल के पीछे परिवहन को इको फ्रेंडली बनाना है।