एक और GHPS स्टॉफ की गरीबी से हुई मौत। मची सनसनी सिख प्रतिधियों ने जताया आक्रोश

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भारत चौहान नई दिल्ली, दिल्ली सिख गुरुद्वारा कमिटी(DSGMC) में सिख स्टॉफ के तन्ख्वाह का मसला सुलझता नही दिख रहा। कर्मचारी पिछले कई सालों से तन्ख्वाह के लिए संघर्ष कर रहे है। वही कई महीनों से एरियर के साथ मेहनताना बिल्कुल बंद है।
सूत्रों की माने तो मुलाजिमों की हालत भयावह स्तर पर पहुँचती जा रही है । 18 जुलाई को ही तन्ख्वाह की माँग को लेकर महिला अध्यापको ने श्री रकाबगंज स्थित DSGMC ऑफिस का घेराव किया था।
मनजिंदर सिंह सिरसा की अध्यक्षता में चल रही गुरुद्वारा कमिटी में 3 स्टाफ की मौत पिछले महीनों में भी हो चुकी है ।
बीती 31 अगस्त की रात को तब सनसनी फैल गई जब GHPS, लोनी रोड के स्टॉफ सरदार हरजिंदर सिंह ने सदमे से दम तोड़ दिया।
उनका परिवार लंबे समय से तन्ख्वाह के लिए DSGMC से कानूनी लड़ाई लड़ रहा है।

शहीद सरदार हरजिंदर सिंह के परिवार ने बताया कि,” तन्ख्वाह अप्रैल महीने से नही आ रही । दिक्कते साल भर से चल रही है। कभी आती भी है तो 5000, 10000 करके । ऐसे परिवार कैसे चलेगा?”

” मेरे पति के पास पैसे नही थे जिससे वो काफी टेंशन लगे थे। बेटे की भी नौकरी चली गई थी। परिवार के दबाव को झेल ना सके” उनके पत्नी ने बताया।

इस बारे में DSGMC प्रधान मनजिंदर सिंह सिरसा और हरमीत सिंह कालका से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उनका कोई जवाब नही आया।
सूत्रों की माने तो पीड़ित परिवार ने सिरसा जी से कई बार व्हाट्स अप्प पर मैसेज और कॉल भी किया लेकिन कोई जवाब या सहयोग नही आया।

इस बारे में पूर्व प्रधान और शिरोमणि अकाली दल दिल्ली(SADD) अध्यक्ष सरदार परमजीत सिंह सरना ने आक्रोश जताते हुए सवाल किया कि ” आखिर सिरसा कितने सिखो स्टाफ का बलिदान चाहते है ?
अपने प्रचार और पाखंड पर करोड़ों खर्च करने को है अपने ही स्टाफ को तन्ख्वाह देने को नही?”

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