भारत चौहान नई दिल्ली , दिल्लीवासियों की सेहत की जांच करने के लिए आप सरकार और संवेदनशील होती नजर आ रही है। इसी कड़ी में दिल्ली सरकार द्वारा चलाए जा रहे सरकारी अस्पतालों की सुविधाओं को लेकर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने एक रिपोर्ट मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सौंपी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली सरकार के 38 अस्पतालों में बिस्तरों की मौजूदा क्षमता 11 हजार 353 है। इसके अलावा 13 हजार 899 बिस्तर की क्षमता को और जोड़ा जा रहा है।
दावा:अगले 6 माह में 2800 नये बिस्तर:
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अगले छह महीने के अंदर 2800 बिस्तरों की क्षमता वाले तीन अस्पताल और चालू हो जाएंगे। अत्याधुनिक सुविधाओं वाला द्वारका का इंदिरा गांधी हॉस्पिटल, जिसकी क्षमता 1241 बिस्तर है, पश्चिमी दिल्ली का सबसे बड़ा अस्पताल होगा। इसी क्रम में 772 और 600 बिस्तरों की क्षमता वाले दो अस्पताल, बुराड़ी और अंबेडकर नगर में जल्द बनकर तैयार होने की बात भी है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में नए अस्पतालों के निर्माण का जिक्र है। खिचड़ीपुर के लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में एक नया मदर एंड चाइल्ड ब्लॉक बनेगा, जिसमें 460 बिस्तर होंगे। इसको मंत्रीमंडल ने मंजूरी दे दी है और निविदा संबंधी सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी है।
चार नए अस्पताल:
चार नए अस्पतालों, जो कि सरिता विहार, मादीपुर, हस्तसाल और ज्वालापुरी में बनेंगे, के निर्माण से संबंधित रिपोर्ट आने वाले सप्ताह में एक्सपेंडिचर फाइनेंस कमेटी (ईएफसी) के सामने रखी जाएगी। इनके निर्माण का खाका पहले ही तैयार किया जा चुका है. इन अस्पतालों की कुल क्षमता 2200 बिस्तर की होगी। बिंदापुर और सिरसपुर में 100-100 बिस्तरों की क्षमता वाले अस्पताल को मंजूरी दी जा चुकी है और इससे संबंधित टेंडर प्रक्रिया बहुत जल्द शुरू हो जाएगी।
रिपोर्ट की अन्य खास दावे:
हालांकि, इस विस्तार में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी दिल्ली सरकार के मौजूदा अस्पतालों में नए ब्लॉक्स बनाने का है। इससे मौजूदा अस्पतालों की क्षमता में काफी इजाफा होगा। मौजूदा 15 अस्पतालों में 5 हजार 739 बिस्तरों की क्षमता बढ़ाई जा रही है।
-अगर बेड्स की क्षमता के आधार पर कुल क्षमता में बढ़ोतरी देखें तो ये 122 फीसद से भी अधिक है। लेकिन ये विस्तार केवल बिस्तरों की संख्या भर में नहीं है बल्कि मुहैया कराई जाने वाली बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाओं में भी भारी बढ़ोतरी है। सरकार को उम्मीद है कि 2023 तक सभी प्रोजेक्ट पूरे हो जाएंगे। सभी नए अस्पताल और मौजूदा अस्पतालों में बन रहे नये ब्लॉक्स चालू हो जाएंगे।
-200 मोहल्ला क्लीनिक्स इस साल अक्टूबर में लॉन्च होने के लिए तैयार हैं। इनके अलावा 200 अन्य मोहल्ला क्लीनिक्स दिसंबर में तैयार हो जाएंगे। जुलाई, 2015 में पीरागढ़ी रिलीफ कैंप में पहला मोहल्ला क्लीनिक खुला था। जुलाई, 2015 से लेकर अब तक दिल्ली की मोहल्ला क्लीनिक्स में 1.6 करोड़ ओपीडी और 15.3 लाख टेस्ट हो चुके हैं।
सेहत दिल्ली सरकार: 38 अस्पतालों में 11 हजार 353 बिस्तर, हेल्थ मिनिस्ट्री ने सीएम को सौंपी रिपोर्ट
2800 बेड्स की क्षमता वाले तीन अस्पताल और चालू होंगे