भारत चौहान नयी दिल्ली, तीरंदाजी कोच जीवनजोतंिसह तेजा का नाम अनुशासनहीनता के पुराने मामले के कारण बुधवार को द्रोणाचार्य पुरस्कारों के लिये नामितों की सूची से हटा दिया गया जबकि खेल मंत्रालय ने उन बाकी सभी नामों को मंजूरी दे दी जिनके नामों की की सिफारिश चयन समिति खेल रत्न, अजरुन और ध्यानचंद पुरस्कारों के लिये की थी। तेजा उन पांच प्रशिक्षकों में शामिल थे जिनके नाम की सिफारिश द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिये की गयी थी लेकिन कोरिया में वि विविद्यालय खेलों के दौरान 2015 में अनुशासनहीनता की एक घटना के कारण उन पर एक साल का प्रतिबंध लगा था। मंत्रालय के सूत्र ने कहा, ‘‘तेजा पर 2015 की एक घटना के कारण के कारण अनुशासनहीनता के लिये एक साल का प्रतिबंध लगा था। वह वि वििद्यालय खेलों में मुख्य तीरंदाजी कोच थे और महिला टीम समय पर प्रतियोगिता के लिये नहीं पहुंची थी और भारत को देर से पहुंचने के कारण मैच गंवाना पड़ा था। भारतीय तीरंदाजी संघ ने इस घटना के बाद उन पर एक साल का प्रतिबंध लगाया था।’’ तीरंदाजी संघ के एक अधिकारी ने कहा कि अगर तेजा का नाम तीन साल पहले की इस घटना के आधार पर हटाया गया तो यह उनके साथ अन्याय होगा। उन्होंने कहा, ‘‘यह सच है कि तेजा पर 2015 की घटना के बाद एक साल का प्रतिबंध लगा था लेकिन प्रतिबंध समाप्त होने के बाद उन्होंने अच्छे परिणाम दिये थे। अगर इस घटना के आधार पर उनका नाम हटाया गया है तो यह उनके साथ अन्याय है।’’ राष्ट्रपति रामनाथ कोंिवद 25 सितंबर को राष्ट्रपति भवन में खेल पुरस्कार प्रदान करेंगे। भारत चौहान नयी दिल्ली, तीरंदाजी कोच जीवनजोतंिसह तेजा का नाम अनुशासनहीनता के पुराने मामले के कारण बुधवार को द्रोणाचार्य पुरस्कारों के लिये नामितों की सूची से हटा दिया गया जबकि खेल मंत्रालय ने उन बाकी सभी नामों को मंजूरी दे दी जिनके नामों की की सिफारिश चयन समिति खेल रत्न, अजरुन और ध्यानचंद पुरस्कारों के लिये की थी। तेजा उन पांच प्रशिक्षकों में शामिल थे जिनके नाम की सिफारिश द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिये की गयी थी लेकिन कोरिया में वि विविद्यालय खेलों के दौरान 2015 में अनुशासनहीनता की एक घटना के कारण उन पर एक साल का प्रतिबंध लगा था। मंत्रालय के सूत्र ने कहा, ‘‘तेजा पर 2015 की एक घटना के कारण के कारण अनुशासनहीनता के लिये एक साल का प्रतिबंध लगा था। वह वि वििद्यालय खेलों में मुख्य तीरंदाजी कोच थे और महिला टीम समय पर प्रतियोगिता के लिये नहीं पहुंची थी और भारत को देर से पहुंचने के कारण मैच गंवाना पड़ा था। भारतीय तीरंदाजी संघ ने इस घटना के बाद उन पर एक साल का प्रतिबंध लगाया था।’’ तीरंदाजी संघ के एक अधिकारी ने कहा कि अगर तेजा का नाम तीन साल पहले की इस घटना के आधार पर हटाया गया तो यह उनके साथ अन्याय होगा। उन्होंने कहा, ‘‘यह सच है कि तेजा पर 2015 की घटना के बाद एक साल का प्रतिबंध लगा था लेकिन प्रतिबंध समाप्त होने के बाद उन्होंने अच्छे परिणाम दिये थे। अगर इस घटना के आधार पर उनका नाम हटाया गया है तो यह उनके साथ अन्याय है।’’ राष्ट्रपति रामनाथ कोंिवद 25 सितंबर को राष्ट्रपति भवन में खेल पुरस्कार प्रदान करेंगे।
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