दहला कश्मीर, गुस्से में देश सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले में 42 जवान शहीद, 20 से ज्यादा जख्मी जैश-ए-मोहम्मद ने ली जिम्मेदारी

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भारत चौहान/ज्ञान प्रकाश , जम्मू-कश्मीर पुलवामा जिले में बृहस्पतिवार अपराह्न 3.35 बजे एक बड़े आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 42 जवान शहीद हो गए हैं। शहीद जवानों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। क्योंकि 20 से ज्यादा जख्मी जवानों का इलाज चल रहा है। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद हुए इस बड़े हमले से पूरा देश स्तब्ध रह गया। पूरे देश में भारी गुस्सा है। उरी में सितम्बर 2016 में हुए आतंकी हमले के बाद कश्मीर में यह सुरक्षाबलों पर अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला है। पुलवामा के पास श्रीनगर-जम्मू हाइवे पर स्थित अवंतिपोरा इलाके में आतंकियों ने सीआरपीएफ के एक काफिले को निशाना बनाया। इस हमले के बाद दक्षिण कश्मीर के कई इलाकों में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा अलर्ट जारी किया गया है। सीआरपीएफ के इस काफिले में 2500 जवान शामिल बताए जा रहे हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत सभी दलों और बड़े नेताओं ने इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। मोदी ने हमले पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से विचार-विमर्श किया है।जैश आतंकी आदिल ने रची साजिश : आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। बताया जा रहा है कि आदिल अहमद डार नाम के आतंकी ने इस काफिले पर हमले की साजिश रची थी। आदिल पुलवामा के काकापोरा इलाके का रहने वाला है। सीआरपीएफ की 54वीं बटैलियन के जवानों को इस हमले में आतंकियों ने निशाना बनाया। विस्फोटकों से लदी गाड़ी से मारी टक्कर : समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक विस्फोटकों से भरी एक गाड़ी लेकर आए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी आदिल ने सीआरपीएफ जवानों के काफिले की बस में टक्कर मार दी। बताया जा रहा है कि काफिले की जिस बस को आतंकियों ने निशाना बनाया, उसमें 39 जवान सवार थे। आत्मघाती हमलावर आदिल 2018 में जैश में शामिल हुआ था। हमले के बाद जवानों को तुरंत श्रीनगर के हॉस्पिटल में शिफ्ट करने का काम शुरू किया गया। सीआरपीएफ के काफिले में 70 गाड़ियां : हमले में घायल 20 से ज्यादा जवानों का अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। इनमें से कई जवानों की हालत गंभीर बताई जा रही है। जिस काफिले पर यह हमला हुआ, वह जम्मू से श्रीनगर की ओर जा रहा था और इसमें 2 हजार से अधिक जवान शामिल थे। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक सीआरपीएफ के जिस काफिले पर हमला किया गया, उसमें 70 वाहन शामिल थे। इन्हीं में से एक गाड़ी आतंकियों के निशाने पर थी। हमले के बारे में सीआरपीएफ के आईजी जुल्फिकार हसन ने बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस जांच कर रही है। दक्षिण कश्मीर में अलर्ट, सर्च ऑपरेशन जारी : इस हमले की जानकारी मिलने के बाद तत्काल पुलवामा में मौजूद सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की अन्य कंपनियों को अवंतिपोरा भेजा गया। आतंकी वारदात के बाद सेना ने फिलहाल जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर ट्रैफिक बंद करते हुए अवंतिपोरा और आसपास के इलाकों में बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। इसके अलावा पुलवामा, शोपियां, कुलगाम और श्रीनगर जिलों में हाई अलर्ट जारी किया गया है। राजनाथ आज जा सकते हैं श्रीनगर : केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह आतंकवादी हमले से उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को श्रीनगर जा सकते हैं। सिंह ने इस हमले की सूचना मिलने के तुरंत बाद सीआरपीएफ के महानिदेशक आरआर भटनागर से जानकारी ली। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक से भी बात की। एनआईए करेगी फॉरेंसिक जांच में सहयोग : फिदायीन हमले की फॉरेंसिक जांच में राज्य पुलिस का सहयोग करने के लिए एनआईए की एक विशेष टीम आधुनिक उपकरणों के साथ शुक्रवार सुबह रवाना होगी। यह टीम घटनास्थल की फोरेंसिक जांच में जम्मू कश्मीर पुलिस का सहयोग करेगी।चैनलों को चेताया : सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने तमाम न्यूज चैनलों को पुलवामा हमले की कवरेज और पैनल डिस्कशन करते वक्त सावधानी बरतने को कहा है। बृहस्पतिवार को जारी एडवाइजरी में मंत्रालय ने कहा है कि कवरेज करते वक्त अति उत्साह में देशहित को ध्यान में रखें और कुछ ऐसी बातें न कहें, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा और सैनिकों, जवानों के मनोबल पर असर पड़े

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