विश्व एड्स दिवस : जानिए यौन संबंधों के अलावा और कैसे हो सकता है HIV-Aids

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ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली, आज पूरी दुनिया एड्स दिवस मना रही है. एड्स एक ऐसी लाइलाज बीमारी है जो जिसे सिर्फ बचाव से रोका जा सकता है. इस बीमारी की इलाज दुनियाभर में कहीं संभव नहीं है. विश्व एड्स दिवस के मौके पर हम आपको एचआईवी एड्स से जुड़ी कुछ ऐसी ही बातों को बताने जा रहे हैं, वो ना सिर्फ आपके लिए बल्कि आपके साथी के लिए भी जरूर हैं. यही नहीं ये बातें दुनिया के हर इंसान को जाननी चाहिए. जिससे हर इंसान एचआईवी एड्स से बच सके.

तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि आखिर एड्स है क्या और ये कैसे फैलता है. साथ ही इस बीमारी का पता कैसे लगाया जा सकता है. इस बीमारी से कैसे बचा जा सकता है.

एचआईवी एड्स फैलने की सबसे बड़ी और मुख्य वजह असुरक्षित यौन संबंध है. यानि बिना किसी सुरक्षा के साथ किसी अंजान के साथ शारीरिक संबंध बनाना इस बीमारी के फैलने की मुख्य वजह है.

क्या है एड्स…!!

दरअसल, एड्स एक गंभीर बीमारी है जो मानव इम्यूनोडिफीसिअन्सी वायरस यानि HIV के संक्रमण के कारण होती है. ये बीमारी एक से ज्यादा लोगों के साथ असुरक्षित शारीरिक संबंध बनाने से होती है. जब कोई इंसान एक से अधिक लोगों के साथ असुरक्षित शारीरिक संबंध बनाता है तो उसे एचआईवी संक्रमण हो सकता है.

इसके अलावा एचआईवी संक्रमित रोगी का ब्लड किसी व्यक्ति को देने, संक्रमित ऑर्गन ट्रांसप्लांट से भी व्यक्ति को एड्स हो जाता है.

यह वायरस चुबंन करने से भी हमारे शरीर में आ सकते हैं, हालांकि थूक में एचआईवी के वायरस कमजोर होते हैं. इसलिए संक्रमण होने की संभावना कम होती है.

अगर कोई व्यक्ति प्रतिदिन एचआईवी संक्रमित पुरूष या महिला से संबंध बनाता है, तो एचआईवी के वायरस उसके शरीर में पहुंच जाएंगे और वो व्यक्ति एड्स से पीड़ित हो जाएगा.

ये हैं एड्स के लक्षण…!!

अगर कोई व्यक्ति एचआईवी एड्स से संक्रमित हो गया है तो उसका वजन घटना शुरु हो जाएगा. साथ ही उसके शरीर में लाल चकत्ते होने लगेंगे. इसी के साथ उसके रात के वक्त पसीना आना शुरु हो जाएगा. बार-बार गला सुखने की भी समस्या शुरु हो जाएगा. साथ ही मांसपेशियों में दर्द और ठंड लगने की भी शिकायत होने लगेगी.

कैसे होता है एड्स…!!

यदि कोई ऐसी महिला जो एचआईवी से संक्रमित है और वो बच्चे को जन्म देने जा रही है तो उस बच्चे को भी एचआईवी हो जाएगा. हालांकि अगर आप सही समय पर इसका इलाज कराते हैं तो यह ठीक भी हो सकता है. इसी के साथ किसी भी एचआईवी एड्स से संक्रमित व्यक्ति के शरीर में इस्तेमाल की हुई सुई दूसरे व्यक्ति के शरीर में लगाने से भी एचआईवी फैल सकता है. साथ ही एड्स से संक्रमित व्यक्ति का खून बिना जांच किए अगर किसी व्यक्ति के शरीर में चढ़ा दिया जाता है तो एड्स हो सकता है तो उस व्यक्ति को भी एड्स हो सकता है.

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ऐसे नहीं फैलता एचआईवी…

एचआईवी एड्स कीड़े काटने से, एचआइवी मरीज के पसीने से, एड्स के मरीजों के साथ खाने से, एचआइवी मरीजों के छींकने या खांसने से नहीं होता.

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