भारत चौहान नई दिल्ली, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लाॅक डाॅउन का पालन नहीं करने वालों पर सख्ती करने की चेतावनी दी है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना वायरस बहुत खतरनाक है और गुणात्मक रूप से बहुत तेजी से फैलता है। ऐसे समय में लाॅक डाॅउन करना बेहद जरूरी है। पहले दिन (सोमवार) कई लोगों ने लाॅक डाॅउन का पालन नहीं किया। ऐसे लोगों पर अब सख्त कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली में अभी तक कुल 30 केस आ चुके हैं। जिसमें 7 केस एक-दूसरे के संपर्क में आने के हैं, जबकि 23 केस विदेश से आए लोगों के हैं। आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों की परेशानी को देखते हुए मंगलवार से 25 प्रतिशत की जगह 50 प्रतिशत बसें सड़क पर उतरेंगी। मुख्यमंत्री ने मकान मालिकों से अपील की है कि ऐसे वक्त में वे अपने किराएदारों से किराया न लें। वे किराया एक माह बाद ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि मिड-डे-मील और आंगनबाड़ी के बच्चों के घर खाने के पैकेट भी भेजे जाएंगे। दिल्ली में सभी तरह की आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के मद्देनजर सोमवार को शाम 5 बजे डिजिटल प्रेस कांफ्रेंस कर दिल्ली के निवासियों को संबोधित किया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पूरे देश और दिल्ली में कोरोना की वजह से जो स्थिति बनी हुई है, उसे देखते हुए हमें दिल्ली में लाॅक डाॅउन करना पड़ा है। सोमवार को सुबह 6 बजे से दिल्ली में सभी गतिविधियों पर रोक लगाई गई है। सिर्फ आवश्यक गतिविधियों को ही जारी रखा गया है। सभी लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी गई है। किसी को घर से बाहर नहीं निकलना है। केवल खाने, दवाइयों, सब्जियों और दूध समेत आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति करने वाले लोग ही अपने घर से निकलेंगे और अपनी दुकान खोलेंगे। सब्जियों का ट्रांसपोर्ट, खाना या दवाइयों समेत आवश्यक वस्तुओं के उत्पादन से जुड़े लोग घर से बाहर निकलेंगे। इसके अलावा जिन लोगों को सामान खरीदना है, वो लोग निकलेंगे। अन्य लोग घर में ही रहेंगे। यह सोमवार सुबह 6 बजे से लागू कर दिया गया है।