ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली , प्रगति मैदान में चल रहे 39वें व्यापार मेला सुदूर राज्यों के अति पिछड़े क्षेत्र में बमुश्किल जीवन यापन करने वाले वंशानुगत हुनरमंदों के जज्बे को हर शख्स सलाम करने के लिए विवश हो रहा है। यहां हाल 7ए में केंद्रीय सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम् मंत्रालय द्वारा आमंत्रित ऐसे कई हुनर हाट दे रहा है हुनरमंदों को हौसला। केंद्र सरकार का स्वायत्त संस्थान राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम लिमिटेड, मध्य प्रदेश खादी ग्रामोद्योग के स्टाल पर सिल्क की साड़ियों में बारीकी नक्कासी, ताकिए के खोल और बेड सीट के अलावा घर में प्रयोग की जाने वाली रोजमरा की वस्तुओं पर की गई नक्कानी दर्शकों को सहजता से ही आकषिर्त कर रही है।
प्राचीन काल की लालटेन:
यहां कम से कम 100 से अधिक किस्म की पाषाण कालीन युग के दौरान जिन लाइटों का प्रयोग किया जाता था उसका प्रदर्शन किया गया है। हालांकि ये सिर्फ अब एंटीक पीस ही बनकर रह गए हैं। अत्याधुनिक टेबल लैंप का प्रदर्शन भी लोगों को आकषिर्त कर रहा है।
पचमढ़ी पहाड़ों की प्राकृतिक जड़ी-बूटियां:
इसी हाल में भोपाल के गांधी नगर के गोंड बस्ती के आदिवासी समुदाय के अजय का मानना है कि आयुर्विज्ञान बेशक कितनी ही प्रगति क्यों न कर ले लेकिन अब भी भारतीय चिकित्सा पद्धातियों में विलुप्त होती आदिकालीन की जड़ी ब्यूटियों का किसी में रोग को जड़ से खत्म करने की अद्भूत क्षमता है। जरूरत है इनकी गुणवत्ता को सुधारने की। विलुप्त होने से बचाने की। आदिवासी सरस्वती देवी ने कहा कि मोटापा, शुगर, गैस कब्ज, स्त्री रोग, कमर में दर्द समेत अन्य कई प्रकाण संचारी व गैर संचारी रोगों का इलाज दुर्लभ भारतीय जड़ी बूटियों में उपलब्ध है।
कयर भवस्त्र से सड़क बनाने में मदद:
जियोटेक्सटाइल्स मिट्टी के क्षरण को रोकने के लिए प्रयाग किए जाने वाले पारगम्य कपड़े हैं। ये धरती की सुरक्षा करते हैं और वनस्पति को उन्नत करते है। इसे प्रकृति की बेहतरीन पोशाक भी कहते हैं। नारियल की जटा से बना भूवस्थ प्राकृतिक रूप से सड़न, फफूं और नमी विरोधी है, जिसे किसी रसायनिक अभिक्रिया की जरूरत नहीं है। कयर बोर्ड के अधिकारी डा. भूपेश कुमार ने बताया कि कयर बोर्ड चूंकि यह सख्तऔर मजबूत है, इसलिए इसे बुन कर मैटिंग का रूप दिया जा सकता है।
फूड कोर्ट:
दर्शकों को स्वादिष्ट व पौष्टिक आहार मिले इसके लिए भी इस बार मेला प्रशासन ने खास इंतजाम किए हैं। जहां पर रियायती दर पर संभवत: हर लजीज भोज्य पदार्थ मुहैया कराया जा रहा है।