सुषमा नेपाल मुलाकात-सुषमा ने के पी ओली से की मुलाकात

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ज्ञानप्रकाश
नई दिल्ली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज रात कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (यूनीफाइड मार्क्‍सिस्ट -लेनिनिस्ट ) के अध्यक्ष के पी शर्मा ओली से मुलाकात कर भारत और नेपाल के बीच‘विशेष’संबंधों को अगले स्तर तक ले जाने पर चर्चा की।
श्रीमती स्वराज की श्री ओली से यह मुलाकात नेपाल में हाल ही में हुए चुनाव में जीत हासिल करने वाले वामपंथी गठबंधन के किसी नेता से पहली मुलाकात है।
विदेश मांलय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। श्रीमती स्वराज ने चुनाव में श्री ओली की पार्टी की जीत के लिए उन्हें बधाई दी। श्रीमती स्वराज यहां हवाई अड्डे से सीधे सोल्टी क्राउन प्ला होटल गईं जहां श्री ओली ने उनके सम्मान में एक रािभोज का आयोजन किया।
राजनयिक सूाों के मुताबिक विदेश मंत्री नेपाल में हाल ही में हुए चुनाव में बहुमत प्राप्त करने वामपंथी गठबंध के नेताओं के लिए प्रधानमंी नरेन्द्र मोदी का‘विशेष राजनीतिक संदेश’लेकर यहां आईं हैं। श्रीमती स्वराज के साथ इस दौरान विदेश सचिव विजय केशव गोखले के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
गत माह श्री मोदी और श्री ओली के बीच फोन पर बातचीत हुई थी जिसमें दोनों नेताओं ने एक दूसरे को या के लिए आमांित किया था।
श्रीमती स्वराज नेपाल में स्थानीय निकायों, प्रांतीय असेंबली और संघीय संसद के लिए हुए चुनावों के बाद नेपाल की या करने वाली पहली वरिष्ठ भारतीय मंी हैं।
इससे पहले विदेश मांलय ने एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि श्रीमती स्वराज की या भारत और नेपाल के बीच उच्च स्तरीय राजनीतिक आदान-प्रदान की परंपरा के मुताबिक होगी। इससे भारत और नेपाल के बीच बढ़ती द्विपक्षीय साझीदारी और विभिन्न क्षेाों को मजबूत बनाने के लिए इस साझीदारी को दोनों देशों द्वारा दिया जा रहा महत्व प्रति¨बबित होता है।
मई 2014 में पद भार संभालने के बाद विदेश मंी की नेपाल की यह सातवीं या है। इससे साफ है कि भारत सरकार नेपाल की आगामी वाम गठबंधन सरकार के साथ बेहतर संबंध बनाने तथा 2015 में सीमा पर आर्थिक नाकेबंदी के बाद से उत्पन्न तनाव को खत्म करने की इच्छुक है।

नेपाल सुषमा प्रचंड
सुषमा ने नेपाल में राजनीतिक स्थिरता के लिए भारत के सहयोग का आासन दिया

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने नेपाल में संसदीय और प्रांतीय चुनावों के सफलतापूर्वक संपन्न होने के बाद पडोसी देश के राजनीतिक स्थिरता पाने और विकास की दिशा में चल रहे प्रयासों में भारत की ओर से सहयोग का आासन दिया।
सुषमा ने सीपीएन-माओइस्ट सेंटर के अध्यक्ष प्रचंड के साथ बातचीत में यह बयान दिया।
दो दिन की यात्रा पर कल यहां पहुंचीं सुषमा ने कहा, ‘‘हम राजनीतिक स्थिरता पाने और विकास के लिए नेपाल को पूरी तरह सहयोग देंगे।’’
दोनों नेताओं ने आज सुबह होटल सोलटी वाउन प्लाजा में नाश्ते पर मुलाकात की।
प्रचंड ने कहा, ‘‘हमने चुनाव संपन्न होने और नयी सरकार के गठन की तैयारी के बाद उभर रहे हालात पर चर्चा की।’’
उनकी पार्टी ने हाल ही में नेपाल में हुए चुनावों में सीपीएन-यूएमएल के साथ वाम गठजोड बनाया था।
प्रचंड ने कहा, ‘‘मैंने सुषमा स्वराज से कहा कि हम राजनीतिक स्थिरता और विकास चाहते हैं जिसके लिए हमें पडोसी देशों से सहयोग की जरूरत है। सुषमा ने आस्त किया कि भारत राजनीतिक स्थिरता और विकास के लिए नेपाल के प्रयासों में उसे पूरा सहयोग देगा।’’
माओवादी नेता ने कहा कि सुषमा नेपाल में चल रहे राजनीतिक घटनावम के बारे में जानने को उत्सुक थीं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने बहुत सकारात्मक और रचनात्मक बातचीत की। उन्होंने हाल ही में संपन्न हुए चुनावों में जीत हासिल करने पर वाम गठबंधन को बधाई भी दी।’’
सुषमा ने राष्ट्रपति विद्या भंडारी से भी मुलाकात की।
वह आज प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा से भी मुलाकात करेंगी और दिल्ली रवाना होने से पहले दूसरे नेताओं से भी मिलेंगी। सूत्रों ने कहा कि इस दौरान भारत में नेपाल का राजदूत कौन होगा इस बारे में भी विचार किया गया। सूत्रां ने कहा कि योग्य प्रसाद न्यूपिनी का नाम प्रमुखता से दावेदारों की सूची में माना जा रहा है। बहरहाल इसका अन्तिम फैसला नेपाल का प्रधान मंत्री पद पर शपथ लेने के केपी शर्मा ओली करेंगे।

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