ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली ,राजन ढल अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने बार-बार होने वाले दुर्लभ ट्यूमर एमलोब्लास्टोमा को ठीक करने के लिए 27 वर्षीय राशा मोहम्मद नामक इराकी महिला की सर्जरी की। सफल सर्जरी के कारण वह महिला 3 साल के बाद सही तरह से खाना खा पाई। मरीज़ के निचले जबड़े से 3 गुणा 3 सेमी आकार का ट्यूमर निकाला गया। अस्पताल में ब्रेस्ट, हेड एंड नेक ऑन्कोलॉजी सर्जरी के प्रमुख डा. मनदीप एस मल्होत्रा ने किया।
चुनौती पूर्ण रही सर्जरी:
डा. मल्होत्रा के अनुसार राशा मोहम्मद को सर्जरी के लिए ट्यूमर और उसके साथ लगे जबड़े को निकाला गया। हड्डी और ठोड़ी के बीच पर्याप्त अंतर यह सुनिश्चित करता है कि कुछ भी पीछे न छूटे। दायीं श्रोणी शिखर (कूल्हे की हड्डी का हिस्सा)
से हड्डी निकाली गई। इस हड्डी को जबड़े का आकार दिया गया और दाहिने जबड़े तथा ठोड़ी के रूप में प्रत्यारोपित किया गया। हड्डी को ढंकने के लिए स्टर्नोक्लेडोमैस्टायड मसल फ्लैप लगाकर जबड़े में खून की आपूर्ति बढ़ाई गई। मरीज़ सही ढंग से काट और चबा सके इसके लिए पूरे जबड़े को एक सीध में किया गया। पूरी सर्जरी में 7 घंटे लगे। हमें इस मामले में अपेक्षा से •यादा सफलता हासिल हुई है। वह अब सामान्य भोजन खा सकती है। भरपेट भोजन तीन साल बाद उसे मिला।