कोरोना संक्रमितों की रफ्तार तेज, हेल्थकर्वर्स, डाक्टर भी तेजी से हो रहे हैं संक्रमित

बीजेआरएम के डाक्टर, हेल्थवर्कर्स सबसे ज्यादा है कोरोना संदिग्ध श्रेणी में -जगप्रवेश चंद्र अस्पताल प्रशासन संवेदनहीन, डाक्टरों से कहा खुद की जांच निजी पैथलैब से कराओ -स्वास्थ्य मंत्री ने कहा होगी कार्रवाई

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ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली, राजधानी में महामारी कोरोना की रफ्तार हॉटस्पॉट/कंटेमेंटर जोन में ज्यादा तेज है। बीते चौबीस घंटे के दौरान विभिन्न क्षेत्रों से आए नए कोविड के संदिग्धों और संक्रमितों की संख्या अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा 80 फीसद इन्हीं पहचान किए गए रोग संक्रमित यानी हॉटस्पॉट जोन दर्ज की गई है। चिंता वाले तथ्य ये भी है कि इन हॉटस्पॉट के मरीजों को जिन अस्पतालों में जांच के लिए ले जाया जा रहा है वहां के हेल्थवर्कर्स, डाक्टर्स भी संक्रमित पाए जा रहा है।
इन्हीं अस्पतालों में से एक है जहांगीर पुरी स्थित बाबू जगजीवन राम अस्पताल में बड़ी संख्या में हेल्थ केयर वर्कर्स पॉजिटिव पाए गए हैं। शनिवार सायं 6 बजे तक अस्पताल के 34 स्टाफ में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने की सूचना मिली है। अस्पताल से मिली सूचना के मुताबिक 54 स्टाफ की रिपोर्ट आई है जिसमें से 34 पॉजिटिव पाए गए हैं। इसमें करीबन 15 डॉक्टर और बाकी अन्य स्टाफ शामिल है। सूचना के मुताबिक 100 से भी ज्यादा लोगों रिपोर्ट आना अभी बाकी है। ऐसे में फिलहाल अस्पताल मरीजों के लिए बंद कर दिया गया है। हालांकि जो डॉक्टर रिपोर्ट में निगेटिव पाए गए हैं, वह अस्पताल में ड्यूटी पर आ रहे हैं। यह अभी तक दिल्ली में किसी स्वास्थ्य संस्थान में पॉजिटिव पाए जाने वाली संख्या में सबसे ज्यादा है। सूचना के मुताबिक जहांगीर पुरी में बड़ी संख्या में लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। उसका ही असर अस्पताल में भी देखने को मिला है। यहां भी किसी मरीज से ही वायरस फैलना शुरू हुआ है। अस्पताल के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि कुछ चिकित्सकों और अन्य कर्मिंयों को एलएनजेपी अस्पताल, राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल और कुछ निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जबकि शेष को आइसोलेशन वॉर्ड में भेजा गया है। इस बीच स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि जहांगीरपुरी में कुछ और लोगो कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इस इलाके में एक हॉस्पिटल है, वहां भी कुछ पॉजिटिव केस मिले हैं। बता दें कि शुक्रवार को खबर थी कि इसी अस्पताल में कोरोना के नए केस मिले थे। वहां के डॉक्टर समेत 14 स्टाफ कोरोना वायरस के शिकार हो चुके हैं। इससे पहले अस्पताल के 3 डॉक्टरों के पॉजिटिव होने की बात सामने आई थी।
जहांगीरपुरी के ज्यादातर ब्लॉक हॉटस्पॉट घोषित:
जहांगीरपुरी के कई ब्लॉक पहले से ही हॉटस्पॉट घोषित किए जा चुके हैं। इस दौरान इलाके में रहने वाले लोग अस्पताल में इलाज के लिए आते रहे। अभी काफी स्टाफ की रिपोर्ट सामने नहीं आई है। रिपोर्ट आने के बाद आंकड़े और भी अधिक बढ़ सकते हैं। 2 दिन पहले ही करीब 96 स्टाफ का टेस्ट किया गया था। अस्पताल में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए दूसरे मरीजों का इलाज बंद कर दिया गया है। उधर, जीटीबी अस्पताल के सर्जरी यूनिट में एक और डाक्टर पोजिटिव पाए जाने के बाद यहां 25 डाक्टर और स्टाफ को आइसोलेट किया गया है। बता दें कि 19 अप्रैल को इसी अस्पताल की सर्जरी यूनिट में डा. वैभव गुप्ता नाम एक डाक्टर पोजिटिव पाया गया था। उस वक्त यहां 51 कर्मियों को क्वारंटीन में रखा गया था। अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डा. एसके गौतम ने कहा कि चौबीस घंटे पहले ही एहतियात के तौर पर सर्जरी यूनिट को बंद कर दिया गया है। उसे सैनेटाइज किया जा रहा है। उधर, पूर्वी दिल्ली के न्यू अशोक नगर के मंडावली स्थित क्वारंटीन सेंटर में मरीजों ने समुचित तरीके से इलाज नहीं करने का आरोप लगाया है। उधर, दक्षिण दिल्ली के पिलंजी गांव में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर स्वास्थ्य एजेंसियोंने निगरानी तेज कर दी है।
एम्स ने दिया सख्त जबाब कोरोना की कराओ खुद जांच:
इसी तरह से पूर्वी दिल्ली के जगप्रवेश चंद अस्पताल में 15 अपल्र को महलिा डाक्टर कोरोना संक्रमित पाई गई थी। डाक्टर ने निजी लैब से जांच कराई थी। उसके संपर्क में आए डाक्टर और अन्य स्टाफ क्वारंटाइन नहीं किया गया है। इससे डाक्टरों में अस्पताल प्रशासन के प्रति आक्रोश है उनका कहना है कि वे कोविड की जांच करवाना चाहते हैं। इन डाक्टरों की संख्या 20 से अधिक बताई गई है। इनका आरोप है कि अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ने कहा दिया है कि खुद ही जाकर किसी निजी पैथलैब से कोरोना की जांच कराओं। नहीं तो नियमित ड्यूटी पर आते रहो। इस बारे में एमस से संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने कुछ जबाव यह कहते हुए नहीं दिया कि आप स्वास्थ्य मंत्री से बात करों। इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि यह अनुचित जबाव है इस मामले में संबधित चिकित्सा अधीक्षक की जबाव देही तय की जाएगी।
सफदरजंग, आरएमएल:
इस बीच सफदरजंग अस्पताल के प्रसूति रोग विभाग में 5 डाक्टर व 12 नर्सिग स्टाफ को आइसोलेट की सलाह दी गई है। आरएमएल के कोविड वार्ड में 19 नए संक्रमितों को भर्ती कराया गया है वहीं लोकानायक और सुचेता कृपलानी अस्पताल में यह संख्या 12 और 15 बताई गई है। यहां पर अधिकांश कोविड विंग में बिस्तर संक्रमितों से भर चुके हैं। लोकनायक अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डा. जेसी पासी ने कहा कि हम बिस्तरों का विस्तार कर रहे हैं। किभी सी संक्रमित को इलाज से वंचित नहीं रखा जा सकता है। अस्पताल में आईसीयू में वेंटीलेटर की संख्या में इजाफा किया गया है।

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