एनएमसी बिल: सत्याग्रह की राह पर देशभर के डाक्टर -आंदोलन आज से, करेंगे प्रदर्शन, देंगे धरना राज्यवार

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File Photo

ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली, नेशनल मेडिकल कमीशन बिल (एनएमसी) संशोधन और कंज्यूमर प्रोटेक्शन बिल को लेकर शुक्रवार को देश भर में लाखों डॉक्टर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदशर्न करेंगे। बृहस्पतिवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने आईटीओ स्थित मुख्यालय में तीनों विधेयक पर सरकार को चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही सरकार ने डॉक्टरों की मांगों की सुनवाई नहीं की तो देश में डॉक्टरों को अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करनी पड़ेगी। इस विरोध दिवस के दौरान आईएमए के सभी सदस्य देश भर में काले बैज पहनेंगे। सभी सांसदों को उनके निर्वाचन क्षेत्रों में ज्ञापन दिए जाएंगे। हालांकि सभी चिकित्सा सेवाएं सामान्य रूप से कार्य करेंगी।
लंबे समय से जारी है तकरार:
एनएमसी सहित तीनों विधेयकों को लेकर आईएमए लंबे समय से विरोध करता आ रहा है। पिछले वर्ष भी डॉक्टरों के प्रदशर्न के बाद लोकसभा में एनएमसी को संशोधन के लिए संसदीय कमेटी के समक्ष प्रस्तुत किया था। इसी कमेटी के सदस्य और आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. शांतनु सेन संवाद्दाताओं के समक्ष यह घोषणा की और कहा कि सदन के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि कमेटी ने विधेयक में 24 संशोधन की सिफारिश की थी लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने महज एक सिफारिश पर ही जोर देते हुए विधेयक में संशोधन किया। उन्होंने कहा कि अगर ये विधेक पारित हो गए तो इसका न केवल स्वास्थ्य सुविधाओं पर बल्कि देश के संघीय ढांचे पर भी गहरा प्रभाव पड़ेगा। ये अभी भी जन विरोधीए अमीरों के लिएए लोकतंत्र विरोधी और फेडरल विरोधी बने हुए हैं। कंज्यूमर प्रोटेक्शन बिल लागू होने से इलाज पर आने वाले खर्च में काफी बढ़ोतरी हो जाएगी। एक ओर तो सरकार इलाज के अत्यधिक खर्च को लेकर चिंतित प्रतीत होती है लेकिन दूसरी ओर अप्रत्यक्ष रूप से चिकित्सा को मंहगा करने वाली कानून को बना रही है।

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