ज्ञान प्रकाश नयी दिल्ली ,अच्छी सेहत के लिए खानपान और रहन-सहन के तौर-तरीकों के साथ अच्छी नींद की जरूरत के प्रति दुनिया भर में जागरूकता बढ़ी है। खासकर भारतीय अपनी नींद की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए तरह-तरह के उपचारों तथा प्रौद्योगिकी पर नजर बनाये रखने के साथ ध्यान का भी सहारा लेते है। रिपोर्ट के अनुसार, अच्छी नींद को लेकर दिल्ली के लोग कम जागरूक है जबकि बेंगलुरु में इसे लेकर सबसे अधिक जागरूकता है। बेंगलुरू के 88 प्रतिशत लोग अच्छी नींद के महत्व को समझते हैं जबकि मुम्बई में यह आंकड़ा 84 प्रतिशत, लखनऊ में 70 प्रतिशत और दिल्ली में मात्र 47 प्रतिशत है।
स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनी रॉयल फिलिप्स ने 15 मार्च को मनाये जाने वाले ‘र्वल्ड स्लीप डे’ के अवसर पर जारी अपनी रिपोर्ट में दुनिया भर के 12 देशों भारत, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, जापान, नीदरलैंड, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया और अमेरिका में नींद की गुणवत्ता और पर्याप्त नींद के प्रति जागरूकता के संबंध में कई नये खुलासे किये है। यह रिपोर्ट इन देशों में 11 हजार 006 लोगों के सव्रेक्षण के आधार पर तैयार की गयी है।
रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया भर में नींद की जरूरत को लेकर जागरूकता बढ़ी है और सव्रेक्षण में शामिल अन्य देशों से तुलना में भारत के सर्वाधिक 38 फीसदी वयस्कों का कहना है कि गत पांच साल में उनकी नींद की गुणवत्ता में सुधार आया है।
करीब 34 फीसदी भारतीय व्यस्क नींद की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए उपचारों के बारे में जानना चाहते हैं और इनमें से 24 प्रतिशत स्वास्थ्य पर नींद के प्रभाव को देखते हुये ‘स्लीप हेल्थ’ के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन फोरम और सोशल मीडिया का सहारा ले चुके हैं। पर्याप्त नींद के लिए ध्यान का सहारा लेने वालों में भी भारतीयों की तादाद सबसे अधिक 31 प्रतिशत है जबकि वैिक औसत 26 प्रतिशत है।