जनसंख्या विस्फोट की रफ्तार पर अंकुश लगाने में मोदी की अपील लाएगी रंग ! -भारत में जनसंख्या का स्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है -मोदी है तो सबकुछ मुमकिन है

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ज्ञानप्रकाश
नई दिल्ली , बेतहाशा बढ़ रही जनसंख्या चिंता का विषय है और समाज का एक छोटा वर्ग जो अपना परिवार छोटा रखता रहा है, वह सम्मान का हकदार है। जो वे कर रहे हैं वह एक प्रकार की देशभक्ति है। यह पहली बार है जब मोदी ने जनसंख्या का मुद्दा उठाया है। उनकी चिंता लाजिमी है। विशेषज्ञ और दुनिया व देश के शीषर्स्थ संस्थान भी इसकी रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाने की वकालत करते हैं।
स्थिति बेकाबू:
वर्ष 2027 के करीब चीन को पीछे छोड़ते हुए भारत दुनिया में सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश बन सकता है। भारत की जनसंख्या में 2050 तक 27.3 करोड़ की वृद्धि हो सकती है। इसके साथ ही भारत शताब्दी के अंत तक दुनिया में सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बना रह सकता है। संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक एवं सामाजिक मामलों के विभाग पॉपुलेशन डिविजन ने द र्वड पॉपुलेशन प्रोस्पेक्ट 2019 हाइलाइट्स (वि जनसंख्या संभावना) मुख्य बिंदु को हाल ही में प्रकाशित किया है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि अगले 30 वर्षो में वि की जनसंख्या दो अरब तक बढ़ने की संभावना है। 2050 तक जनसंख्या के 7.7 अरब से बढ़कर 9.7 अरब तक पहुंच
क्या कहता है अध्ययन:
इस अध्ययन के मुताबिक वि की जनसंख्या इस शताब्दी के अंत तक करीब 11 अरब तक पहुंच जाने की संभाना है। वर्ष 2050 तक ऊपर बताए गए वैिक जनसंख्या में जो वृद्धि होगी उनसे में से आधी वृद्धि भारत, नाइजीरिया, पाकिस्तान, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, इथियोपिया, तंजानिया, इंडोनेशिया, मिस और अमेरिका में होने की अनुमान है।
निपटने के लिए कदम उठाने की दरकार:
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का देश में जनसंख्या विस्फोट पर चिंता जताना और इसकी रोकथाम के लिए हर नागरिक की जवावदेही को तय करने के लिए एकजुट होकर आने का आवहन सकारात्मक और असरदार भूमिका अदा कर सकती है। बढ़ती जनसंख्या घटते जन संशाधन से यह तो तय है कि यदि केंद्र समेत राज्य सरकारों के साथ ही हर युवा एलर्ट नहीं हुआ तो आने वाली पीढियों के लिए नयी चुनौतियां पेश करेगा। मोदी ने कहा कि इससे निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों को कदम उठाने चाहिए। विशेषज्ञ भी प्रधानमंत्री द्वारा खुले मंच से देशवासियों को संबोधित करने संबंधी कदम को साहसिक बताया। पीजीएमआईआर से संबंद्ध डा. राम मनोहर लोहिया अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डा. वीके तिवारी ने कहा कि मोदी जी जो कहते हैं वह करते हैं, मुझे उम्मीद है कि देश के नागरिक उनकी अपील का सम्मान करेंगे और जनसंख्या नियंत्रित करने में योगदान देंगे। वहीं एम्स के निदेशक डा. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि मोदी है तो सब कुछ संभव है। जनसंख्या भी तेजी से नियंत्रित करने में अब मदद मिलेगी।

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