भारत चौहान नयी दिल्ली, नागरिकता (संशोधन) कानून (सीएए) को लेकर उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसक प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों की गोली से मारे गए दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल को पुलिस लाइन में मंगलवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, उप राज्यपाल अनिल बैजल और दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने रतन लाल को अंतिम विदाई दी और श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस मौके पर बड़ी संख्या में दिल्ली पुलिस के आला अधिकारी, रतन लाल के सहयोगी और अन्य लोग भी मौजूद थे। अंतिम विदाई के समय वहां मौजूद गणमान्य और अन्य लोगों ने दो मिनट का मौन रखा और पुलिस ने मातमी धुन बजाकर रतनलाल को विदाई दी।
पुलिस आयुक्त ने रतन लाल की मौत पर दुख जताते हुए कहा,‘‘ दिल्ली पुलिस को रतन लाल जी पर गर्व है और उनकी मौत हमारे लिए बड़ा नुकसान है। दुख की इस घड़ी में हम शोक संतप्त परिवार के साथ हैं।’’
रतनलाल के शव को अंतिम संस्कार के लिए अब उनके पैतृक निवास राजस्थान के सीकर जिले के रायगढ़ शेखावटी के फतेहपुर तिहावली गांव ले जाया जायेगा।
बयालीस वर्षीय रतन लाल उपद्रवियों की गोली लगने से घायल हो गए थे। उनकी कल मृत्यु हो गई थी। इस बीच रतन लाल का गुरु तेग बहादुर अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम की प्रारंभिक रिपोर्ट में बताया गया है कि रतनलाल के बायें कंधे में गोली लगी और वह दायें कंधे में मिली है। पहले ऐसी आशंका थी कि उनकी पत्थर लगने से मौत हुई है।