ज्ञानप्रकाश नई दिल्ली,
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली रेड जोन है। लॉकडाउन 3.0 में ढील देना मानों खुद ही आप कोरोना वायरस संक्रमण को न्यौता दे रहे हैं। यह विनाशकारी साबित हो सकता है। एम्स के निदेशक डा. रणदीप गुलेरिया ने कहा फरवरी, मार्च और अप्रैल..कोरोना वायरस से लड़ते हुए भारत को तीन महीने का वक्त बीत चुका है। इन तीन महीनों में केस 34 हजार के करीब पहुंचे। लेकिन मई की शुरु आत होते ही केसों में तेजी से उछाल आया है। दिल्ली की बात की जाए तो बीते तीन दिनों यानी 72 घंटे में 1034 नए संक्रमित हुए है।
3 दिन में दिल्ली में कुल 1034 मरीज हुए संक्रमित:
डा. गुलेरिया के अनुसार बीते 24 घंटे में दिल्ली में कोरोना के 427 नए लोगों में वायरस की पुष्टि की गई है। यह अब तक का एक दिन में कोरोना से संक्रमित होने का सबसे बड़ा आंकड़ा है। एक दिन में मिले संक्रमितों की संख्या का यदि विशलेषण किया जो तो हर घंटे औसतन 17 मरीज इस वायरस के शिकार हो रहे हैं, जो बड़ी चिंता की बात कही जा सकती है। दिल्ली में कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 4549 तक पहुंच गई है। मई की शुरु आत हुई है और इन तीन दिन में दिल्ली में कुल 1034 मरीज आए हैं।
लॉकडाउन में आज से छूट, केसों का बढ़ना चिंताजनक:
मैक्स कैथलैब के निदेशक डा. विवेका कुमार के अनुसार कोरोना के केसों में यह बढ़ोतरी लॉकडाउन 3.0 लागू होने से ठीक पहले हुई। आज से लॉकडाउन में रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में कुछ छूट भी दी गई हैं। ऐसे में कोरोना का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। रेड जोन जहां वायरस का खतरा सबसे ज्यादा है वहां तक शराब की दुकानें खोल दी गई हैं। सोमवार सुबह से ही शराब की दुकानों पर लंबी कतारे दिखनी भी शुरू हो चुकी थीं।
लॉकडाउन 3.0 ढील, मानों खतरे की घंटी! -विशेषज्ञ बोले सख्ती से सोशल डिस्टेंसिंग का हो पालन, नहीं तो अस्पताल कम पड़ जाएंगे कोरोना संक्रमितों के लिए
72 घंटे में दिल्ली में संक्रमित हुए 1034 -यानी औसतन हर घंटे 17 मरीज हो रहे हैं संक्रमित