कोविड एलर्ट: सिर्फ 60 दिनों में सफदरजंग में 52 संक्रमितों की थमी सांस! सही डेथ रिपोर्टिग करने वाले स्वास्थ्य अधिकारी को तबादला कर देती है दिल्ली सरकार

अस्पताल प्रशासन ने कोविड राज्य मृत्यु लेखा-जोखा समिति को दो महीनों में 52 मौत का आंकड़ा भेजा

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ज्ञानप्रकाश नई दिल्ली, सफदरजंग अस्पताल प्रशासन ने कोविड मौत का लेखा जोखा रखने वाली दिल्ली सरकार द्वारा गठित कोविड राज्य मृत्यु लेखा-जोखा समिति को सौंपी रिपोर्ट में बीते दो महीने में 52 लोगों की मौत के बारे में जानकारी दी है।
समिति अस्पताल से मिली रिपोर्ट को नए सिरे ऑडिट करेगी। इस रिपोर्ट में मृतकों की मौत की वजहों का जिक्र है जिससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि मौत कोविड-19 की वजह से हुई है या नहीं। डिपार्टमेंट ऑफ फोरेंसिक मेडिसिन के एक वरिष्ठ डाक्टर के अनुसार अपने यहां बीते दो महीनों (60 दिन) में हुई 52 मौत के बारे में रिपोर्ट सौंपी है। यह रिपोर्ट दिल्ली के लिए मृत्यु लेखा-जोखा समिति को सौंपी गई है।’अब तक अस्पताल ने कोविड-19 के कारण हुई चार मौत की रिपोर्ट भेजी थी।
दिल्ली सरकार के रवैये से तंग आ चुके हैं केंद्रीय स्वास्थ्य अधिकारी:
सफदरजंग अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. बलविंदर सिंह के अनुसार दिल्ली सरकार के अधिकारी बार-बार कोविड-19 से हुई मौत की जानकारी एकत्र करने वाली टीम को बदल रहे है जिसकी वजह से उनके खुद के कर्मिंयों में संवादहीनता की स्थिति है। डा. सिंह ने कहा कि अस्पताल दैनिक आधार पर मृतकों की संख्या की जानकारी दे रहा है और एक फरवरी से 16 मई तक के संचित आंकड़े को गलत तरीके से एक दिन में हुई मौत का आंकड़ा समझ लिया गया जो बेहद त्रुटिपूर्ण था। उन्होंने कहा कि एक फरवरी से 16 मई तक दिल्ली सरकार को कोविड-19 संबंधित 53 मौत की जानकारी दी गई थी और 16 मई से 26 मई के बीच 16 और जान गई जिसकी वजह से अस्पताल में कोरोना वायरस के कारण मरने वालों की संख्या अब तक कुल 69 हुई। डा. सिंह ने कहा हमनें एक मृत्यु समीक्षा समिति का गठन किया है जो कोविड-19 संबंधी मौत का सटीक आंकड़ा तैयार कर उसे केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग और दिल्ली सरकार को जब भी उनके द्वारा मांगा जाता है उपलब्ध कराती है।’
कोविड मृत्युदर की रफ्तार में बढ़त, तलब करते हैं अस्पताल प्रमुख को:
’सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग ने भी अचानक कोविड-19 से होने वाली मौतों में तेजी को लेकर अस्पताल प्रबंधन से स्पष्टीकरण मांगा था और उसे उसी के मुताबिक जानकारी उपलब्ध कराई गई। इससे पहले इसी महीने दिल्ली के मुख्य सचिव विजय देव ने उस मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के साथ एक आदेश जारी किया था जिसके तहत सभी कोविड-19 अस्पताल और अन्य सुविधाएं प्रतिदन शाम पांच बजे जिला और राज्य निगरानी इकाइयों को एक मृत्यु रिपोर्ट ईमेल के जरिये भेजेंगी। देव ने आदेश में कहा था कि सरकार के संज्ञान में लाया गया है कि सार्वजनिक और निजी अस्पताल (कोविड-19 समर्पित और गैर कोविड-19 अस्पताल) वायरस के कारण हुई मौत की जानकारी समय पर और नियमित तरीके से नहीं दे रहे हैं। ज्यादा आंकडा देने पर लोकनायक और डीजी, स्वास्थ्य सेवाओं को जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया गया।
बदलाव क्यों:
डेथ ऑडिट मामलों के एक्पर्ट् के अनुसार कोविड-19 के मरीजों का इलाज कर रहे 10 अस्पतालों के अधिकारियों ने कहा था कि संक्रमण के कारण मरने वालों का आंकड़ा दिल्ली सरकार के बुलेटिन में बताए जा रहे आंकड़ों से कहीं ज्यादा है। अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस से मरने वालों का आधिकारिक आंकड़ा बढ़कर 300 के पार तो कुल संक्रमितों की संख्या 15 हजार के पार हो गई है। अनुमान है कि आने वाले दिनों में डेथ समरी रिपोर्ट से मृत्युदर का ग्राफ तेजी से बढ़ेगा।

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