ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली , मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को वायु प्रदूषण से निपटने के समाधान पर डेनमार्क के कोपनहेगन में आयोजित सी 40 जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने पेरिस के मेयर एनी हिडाल्गो, लॉस एंजेल्स के मेयर एरिक गार्सेटी, कोपेनहेगन के लॉर्ड मेयर जेन्सन, बार्सलिोना के मेयरEOF कोलाउ और पोर्टलैंड टेड व्हीलर के मेयर के साथ क्लीन एयर डिक्लरेशन की घोषणा की। प्रेस कांफ्रेंस में शामिल होने के लिए अरविंद केजरीवाल को कोपनहेगा जाना था। उन्हें विदेश मंत्रालय से अनुमति नहीं मिली। इस कारण उन्होंने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया। शिखर सम्मेलन के सत्र स्वच्छ हवा के लिए शहर के समाधान सत्र के दौरान मुख्यमंत्री ने पिछले चार साल में वायु प्रदूषण कम करने के लिए उठाए गए महत्वपूर्ण कदम की जानकारी दुनिया को दी। साथ ही इसमें जनता की तरफ से मिले सहयोग को विस्तार से बताया। उन्होंने दिल्ली में भविष्य में वायु प्रदूषण कम करने के लिए उठाए जाने वाले निर्णयों से की रूबरू कराया।
उपस्थित न रहने का रहेगा अफसोस:
भरे मन से श्री केजरीवाल ने कहा कि मैं कोपनहेगन आना चाहता था लेकिन किसी कारण से नहीं आ सका। मुझे बेहद खुशी है कि सी 40 की तरफ से क्लीन एयर सिटी के तौर पर जिन 35 शहरों को चुना गया, उसमें दिल्ली भी शामिल है। मुझे बताते हुए खुशी हो रही है कि पिछले चार साल में दिल्ली में प्रदूषण कम करने के लिए कई कदम उठाया गया। जिसका नतीजा है कि आज दिल्ली में 25 प्रतिशत प्रदूषण कम हो गया। इससे पहले दिल्ली प्रदूषण से लड़ रहा था।
बढ़ाया हरियाली का दायरा:
सीएम ने कहा कि दिल्ली में बड़े पैमाने पर हरियाली का दायरा बढ़ाया गया। वायु क्वालिटी मापने के लिए कई जगह मानिटर लगाए। इनसब से अलावा हमारे हर निर्णय में दिल्ली की 2 करोड़ जनता का भरपूर साथ मिला। कई सख्त निर्णय भी लिए गए लेकिन लोगों ने पूरा साथ दिया। कोई भी क्लाइमेट चेंज जनता के सहयोग बगैर संभव नहीं है। मैं क्लीन सिटी डिक्लरेशन आज इस कारण साइन कर पा रहा हूं क्योंकि दो करोड़ जनता का मुझे साथ है। मैं पूरे दावे से कह रहा हूं कि कोई भी क्लाइमेट चेंज बगैर जनता के पूर्ण सहयोग के संभव नहीं है।
बगेगा स्पेशल टास्क फोर्स:
मुख्यमंत्री ने कहा है दिल्ली के प्रदूषण को कम करने के लिए आगे भी काम करेंगे। दिल्ली में टास्क फोर्स का गठन होगा। जिसका हेड मुख्यमंत्री के तौर पर मैं रहूंगा। इसमें मंत्री व अधिकारी व विशेषज्ञ होंगे। यह टास्क फोर्स सी 40 के डिक्लरेशन को लागू करेगी। जिससे दिल्ली के वायु प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा हम परिवहन क्षेत्र में बड़ा बदलाव करने जा रहे हैं। इसे पर्यावरण के हिसाब से बनाया जाएगा। दिल्ली में 1 हजार इलेक्ट्रिक बसें आ रही हैं। जिससे प्रदूषण में कमी लाने में मदद मिलेगीदुनिया में बढ़ा भारत का मान बढ़ा है।
सी 40 की खास बातें:
सी 40 शहर साहसिक जलवायु कार्रवाई करने और एक स्वस्थ और अधिक स्थायी भविष्य बनाने के लिए दुनिया के 90 से अधिक शहरों को जोड़ता है। 700 प्लस मिलियन नागरिकों और वैिक अर्थव्यवस्था के एक चौथाई का प्रतिनिधित्व करते हैं। सी 40 शहरों के मेयर स्थानीय स्तर पर पेरिस समझौते के सबसे महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। साथ ही हम जिस हवा में सांस लेते हैं, उसकी सफाई भी करते हैं।
क्लीन एयर डिक्लरेशन:
जीएनसीटीडी 2025 से पहले वायु प्रदूषण को कम करने के लिए सात मुख्य विभागों के तहत निम्निलखित महत्वाकांक्षी काम करेगा। इसके तहत परिवहन विभाग, बिजली विभाग, पर्यावरण विभाग, लोक निर्माण विभाग, शहरी विकास विभाग शामिल होगा।