भारत चौहान नयी दिल्ली
सरकार ने आज कहा कि मार्च 2022 तक 175 गीगावाट अक्षय ऊर्जा उत्पादन के लक्ष्य में से 65 गीगावाट हासिल किया जा चुका है और शेष के लिए 125 अरब डालर की जरूरत है।
केंद्रीय ऊर्जा एवं नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंी आर के सिंह ने अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के यहां शुरू हुए दो दिवसीय स्थापना सम्मेलन से इतर यूरोपीय निवेश बैंक द्वारा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मांलय के तहत आने वाली भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी(इरेडा) को 15 करोड़ डालर का ऋण दिया। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री सिंह ने कहा कि देश के अंधेरे में रह रहे 18452 गांव आगामी अप्रैल तक रोशन हो जाएंगे तथा चार करोड़ घरों तक अप्रैल 2019 तक बिजली पहुंचा दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि 2022 तक 175गीगावाट का अक्षय ऊर्जा का लक्ष्य समय से पहले हासिल कर लिया जाएग। हम आईएसए सम्मेलन में अक्षय ऊर्जा के अपने अनुभवों को अन्य देशों के साथ साझा करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत अपनी ऊर्जा जरूरतों का 40 प्रतिशत हिस्सा अक्षय ऊर्जा से पूरा होगा।
मांलय के सचिव आनंद कुमार ने कहा कि भारत ने अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए हाल ही में मसाला बांड से 30 करोड़ डालर जुटाये हैं। यदि अक्षय ऊर्जा की उन्नत प्रौद्योगिकी और वित्तपोषण की सुविधा मिले तो सबको सस्ती बिजली मुहैया करायी जा सकती है। उन्होंने कहा कि अक्षय ऊर्जा का 110 गीगावाट का शेष लक्ष्य हासिल करने के लिए 125 अरब डालर की जरूरत होगी।