मानव हो मानव को प्यारा, एक दूजे का बने सहारा संत निरंकारी मिशन बना जरुरत के समय लोगो के लिए अवतार

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भारत चौहान नई दिल्ली, संत निरंकारी मिशन आध्यात्मिक जागरुकता के अपने मूल
विचारधारा के साथ पिछले 90 वर्षों से समाज के सामाजिक उत्थान, राहत और पुनर्वास में
योगदान दे रहा है।  वर्तमान सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज इस प्रेम भाईचारे वाले मिशन को
आगे लेकर जा रहे हैं। सद्गुरु माता जी ने भक्तों का मार्गदर्शन करते हुए कहा है कि हमें सेवा
करते समय स्वास्थ्य एजेंसियों और सरकारी निर्देशों का बारीकियों से पालन करना है।
संत निरंकारी मिशन के प्रबंधक एवं सेवादार देश भर के लाखों भाइयों और बहनों तक पहुचे
जो कोरोनो वायरस के वैश्विक प्रसार एवम देश में पूर्ण लॉकडाउन से प्रभावित हुए है | संत
निरंकारी मंडल की सभी 95 ज़ोनों पर और 3000 से अधिक शाखाओं पर खाद्य सामग्री एवम
भोजन वितरण की सेवा निरंतर जारी है।  निरंकारी मिशन के स्वयंसेवक रोजाना लाखों लोगों को
सूखा राशन और लंगर प्रदान कर रहे हैं।  एक संगठन के रूप में, हर दिन लगभग 5 लाख
लोगों को ताजा तैयार किया हुआ लंगर बाँटा जा रहा है।
दिल्ली में भी अनेको ब्रांचो और निरंकारी सरोवर के पास रोज़ाना हज़ारो परिवारों के लिए लंगर
बनाया जा रहा है। यहाँ से लंगर दिल्ली के अनेको जगह पर बांटा जाता है और विभिन्न
सामाजिक संगठन, पुलिस विभाग इत्यादि को वितरित किआ जाता हैं।
अप्रैल माह का महीना संत बाबा गुरुबचन सिंह जी तथा सैकड़ो ऐसे श्रद्धालु भक्तो को शर्धांजलि
अर्पित करता है जिन्होंने सत्य, प्रेम, शांति तथा मानव एकता के लिए अपने प्राणो की आहुति दी
। मिशन द्वारा प्रथम रक्तदान शिविर का आयोजन दिल्ली में वर्ष 1986 के नवंबर माह में
वार्षिक निरंकारी संत समागम के अवसर पे किआ गया और ये मानव कलया का सिलसिला अब
तक जारी है ।

संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन एक हेल्पलाइन के माध्यम से नागरिकों को चिकित्सा सलाह
और सहायता प्रदान कर रही है, जिसमें मेदांता अस्पताल, गुरुग्राम सहित अन्य अस्पतालों के
मेडिकोज के साथ मिशन के विभिन्न डॉक्टरों द्वारा भाग लिया जा रहा है।  संत निरंकारी
चैरिटेबल फाउंडेशन ने दिल्ली सरकार को 10000 पीपीई किट भी दिए हैं।  डॉक्टरों और मेडिकल
स्टाफ की सुरक्षा के लिए।  फाउंडेशन ने  प्रवासी श्रमिकों को राशन आदि प्रदान करने का काम
किया है। संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे स्कूलों को कोरेंटिन केंद्र के रूप
में रखा गया है। ग्लोबल मेडिकल इमरजेंसी के इस पल में रक्तदान करने के लिए भी फाउंडेशन
आगे आया है और देश/विदेश के अनेको प्रांतो में रक्तदान शिविर लगाए जा रहे हैं ताकी इस
महामारी के समय रक्त की कोई कमी न हो । जबलपुर शाखा ने शहर के कलेक्टर के लिए
4200 मास्क तैयार किए और सौंपे।
संत निरंकारी मिशन ने अपने सत्संग भवनों को भी राज्य या केंद्र सरकार द्वारा जरूरत
पड़ने पर कोरेंटिन केंद्रों के रूप में उपलब्ध कराने की पेशकश की है।  यमुना नगर भवन का
उपयोग पहले से ही कोरेंटिन केंद्र के रूप में किया जा रहा है।
संत निरंकारी मिशन प्रार्थना करता है की चारों तरफ खुशहाली हो, और ये आपदा जल्द
ही समाप्त हो।

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