ज्ञानप्रकाश
नई दिल्ली , दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य सचिव संजीव खिरवार की निगरानी में 1 से 19 वर्ष के बच्चों और किशोरो को एलबेन्डाजोल (400 मि.ग्रा.) की दवा देने की मास स्तर पर रणनीति तय की गई है। कृमिहरण नामक इस अभियान में 39 सरकारी अस्पतालों के बाल रोग विशेषज्ञों के साथ ही इमरजेंसी, ओपीडी के प्रमुखों को शामिल करने के साथ ही 808 नर्सिग होम्स और 1607 पंजीकृत क्लीनिकों की भी मदद ली जाएगी। बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 17 फरवरी 2020 को कृमिहरण दिवस मनाए जाने की घोषणा की है। श्री खिरवार के अनुसार दिल्ली के सभी 11 जिलों में राष्ट्रीय कृमिहरण दिवस पर 1 से 19 वर्ष के करीब 45 लाख बच्चों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है। बीते एक सप्ताह से संबंधित विभागों और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने किया जा रहा है। शुक्रवार इसी के तहत पुन: समीक्षा बैठक होगी जिसमें तैयारियों, दिक्कतों संबंधी जानकारियां हासिल की जाएगी।
उद्देश्य:
इस दिवस के आयोजन का उद्देश्य पेट के कीड़ों के होने की स्थिति में कमी लाना है। इसे आम भाषा में पैरासिटिक इनटेसटीनल कीड़े कहा जाता है और ये बच्चों तथा किशोरों में होते हैं। इन कीड़ों के संक्रमण से विभर में 50 लाख से अधिक बच्चे डिसेबिलिटी एडजस्टड ईर्यस (डीएएलवाई) से प्रभावित होते हैं। एक डीएएलवाई से जीवन में से एक स्वस्थ वर्ष कम हो सकता है। भारत में 14 वर्ष तक की आयु के 22 करोड़ बच्चों को इस संक्रमण का जोखिम है। राष्ट्रीय कृमिहरण दिवस सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रम का सबसे बड़ा आयोजन है जिसके अंतर्गत एक दिन में प्रतिवर्ष दो चरणों में करोड़ो बच्चों और किशोरों तक पहुंचा जाता है। आज 19 राज्यों से 91.35 करोड़ लक्षित बच्चों तक पहुंचने को कहा गया था। अगले कुछ सप्ताहों में 34 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में राष्ट्रीय कृमि हरण दिवस पर अनुमानित 30 करोड़ बच्चों तक पहुंचकर दवा दी जाएगी। इस दिवस के अंतर्गत पोषण अभियान के प्रयासों के अनुसार स्वास्थ्य और पोषक तत्वों पर नीतिगत संवाद के अवसर भी मिलते हैं। जो वि स्वास्थ्य संगठन और एवीडेंस एक्शन की तकनीकी सहायता से किया जाता है।
स्वास्थ्य विभाग डी-वार्मिग एलर्ट: एक दिन में दिल्ली के 11 जिलों में 45 लाख बच्चों तक पहुंचने का लक्ष्य
दिल्ली सरकार के 39 सरकारी अस्पतालों के बालरोग विशेषज्ञों सहित 808 नर्सिग होम्स, 1607 पंजीकृत क्लीनिकों को भी करेंगे मदद