दिल्ली की शान गुरुद्वारा बांग्ला साहिब को अटूट लंगर सेवा के लिए बड़ा सम्मान वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड लंदन ने दिया प्रमाण पत्र

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भारत चौहान नई दिल्ली,
वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड लंदन द्वारा आज गुरुद्वारा बंगला साहिब को समाज के प्रति की जा रही सेवाओं के लिए प्रमाणपत्र दिया गया। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड के अध्यक्ष संतोष शुक्ला ने दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजीत सिंह जी.के. तथा महासचिव मनजिन्दर सिंह सिरसा ने प्रमाणपत्र सौंपा। यहां बता दें कि गुरुद्वारा बंगला साहिब को बेमिसाल परोपकार सेवाओं तथा अटूट लंगर पूरे देश में वितरित करने के लिए उक्त सम्मान दिया गया है।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए जी.के. ने कहा कि गुरुद्वारा साहिब में जहां बिना किसी जाति,धर्म तथा हैसियत के भेदभाव के लाखों लोगों को लंगर छकाया जाता है। श्री दरबार साहिब अमृतसर की तरह गुरुद्वारा बंगला साहिब भी लंगर सेवा का एक बड़ा केंद्र है। रोजाना जहां 30 से 40 हजार संगत लंगर छकती है वहीं छुट्टी वाले दिन आंकड़ा 1लाख तक भी पहुंच जाता है। जी.के. ने कहा कि 20 रूपये से गुरु नानकदेव जी ने लंगर सेवा शुरू की थी। एक तरफ देश की संसद भोजन के अधिकार का बिल पास करती है तो दूसरी तरफ हम सरकार की जिम्मेंदारी को बिना किसी से इजाजत लिये निभाने का यत्न कर रहे हैं। उक्त रिकार्ड को भी दर्ज करवाने के लिए कमेटी द्वारा कोई पहल नहीं की गई थी।परन्तु वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड द्वारा गुरुद्वारा साहिब के इस सूची में शामिल होने की जानकारी हमें भेजी गई है।

उन्होंने बताया कि गुरुद्वारा बंगला साहिब आजकल देशभर से आने वाले इन्साफ पसंद आंदोलनकारियों की जीवन रेखा बनके मदद कर रहा है। आंदोलन चाहे अन्ना हजारे, किसानों का हो या फिर पूर्व फौजियों का रहा हो लेकिन लंगर सेवा का फायदा सभी ने उठाया है। गुरुद्वारा साहिब में जहां आंदोलनकारियों को लंगर उपलब्ध होता है वही विश्राम तथा स्नान का भी योग्य स्थान उपलब्ध है।

एक कदम आगे बढ़ते हुए जी.के. ने कहा कि हिन्दुस्तान के गणतंत्र को बचाने के लिए गुरुद्वारे बड़ी भूमिका अदा कर रहे है। सिरसा ने वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड का धन्यवाद करते हुए दिल्ली कमेटी द्वारा की जा रही सेवाओं को और बढ़ाने का भी ईशारा किया। इस अवसर पर कमेटी सदस्य हरजीत सिंह जी.के., अमरजीत सिंह पिंकी, आत्मा सिंह लुबाणा, कुलदीप सिंह साहनी तथा अकाली नेता विक्रम सिंह मौजूद थे।

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