20 वर्षीय अजय के लिए लोक नायक अस्पताल के अस्थि सर्जन बने भगवान ! -कूल्हे, यकृत के नजदीक पीठ से निकला सरिया, दुर्लभ सर्जरी से सफलता पूर्वक निकाला -मरीज की हालत ठीक

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ज्ञानप्रकाश नई दिल्ली, मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज से संबंद्ध लोकनायक अस्पताल के अस्थि शल्यक्रिया विभाग के डाक्टरों का जबाव नहीं। इस विभाग में एक ऐसा केस डॉक्टरों को देखने को मिला जिसने डॉक्टरों को हैरानी में डाल दिया। दरअसल मंगलवार रात को अस्पताल में 20 वर्षीय अजय नाम का पेशंट पहुंचा जिसके कूल्हे में सरिया घुसकर पीठ से बाहर निकल गया था। यकृत (लीवर) के करीब से पीठ की तरफ निकले इस स्थिति को देखकर कुछ पल के लिए डॉक्टरों को लगा था कि इस घटना की वजह से अजय के फेफड़े (लंग्स), छोटी और बड़ी आंते, रीढ़ की हड्डी, मेरुदंड (स्पाइनल कॉड) और अन्य हिस्सों पर भी असर पड़ा होगा। लेकिन जब उन्होंने अजय का दो चरणों में एक्स-रे कराया तो वह हैरान रह गए। सरअसल, अजय के इन अहम् शरीर के अंदरुनी अंग क्षतिग्रस्त नहीं हुए थे। इसके बाद बुधवार सुबह दो घंटों की मेहनत से अजय का ऑपरेशन करके रॉड को बाहर निकाला गया, बृहस्पतिवार को दोपहर बाद स्थिति का रिव्यू किया। सर्जन्न डाक्टर की टीम ने दावा किया कि अनुसार अब अजय की स्थिति ठीक है। अजय का ट्रीटमेंट कर रहे ऑर्थो डिपार्टमेंट के सीनियर रेजिडेंट डा. हरि किशन ने बताया कि जख्म काफी गहरा और बड़ा है लेकिन अच्छी बात यह है कि इससे अन्य बॉडी पार्ट्स को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। अजय के जानकार पहले सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर ले गए थे लेकिन वहां से लोकनायक अस्पताल में रेफर कर दिया गया। ऑपरेशन के वक्त रॉड को निकालने में काफी जद्दोजहद करनी पड़ी क्योंकि अजय को एनेस्थिसिया देने में काफी परेशानी आ रही थी और साथ ही इंफेक्शन फैलने का भी डर था। सरिया की मोटाई दो एमए की थी। ऐसे में इनको ध्यान में रखते हुए अजय का ऑपरेशन किया गया और दो घंटे की मेहनत के बाद रॉड को बाहर निकाल लिया गया। फिलहाल उसकी स्थिति में सुधार है और इलाज किया जा रहा है। लगभग दो हफ्ते बाद अजय को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। इस बीच हमें यह देखना होगा कि इंजरी की वजह से अजय में इंफेक्शन न फैल जाए। जिसे रोकना अस्पताल प्रशासन के लिए चुनौती पूर्ण होगा। एक डाक्टर ने कहा कि यदि उसे लाने में कुछ देरी और हो जाती तो हम संक्रमण और रक्तस्रव ज्यादा होने की वजह से उसका जीवन नहीं बचा पाते।
नौकरी की तलाश में डेढ़ साल पहले ही दिल्ली आया था अजय:
अजय के मामा दिनेश ने बताया कि वह मूलरूप से बिहार के रहने वाले हैं और अजय डेढ़ साल पहले ही दिल्ली काम करने के लिए आया था। वहां यहां मजदूरी करता है। अजय ने हाथ में कुछ भारी सामान उठाया था लेकिन बैलेंस बिगड़ने की वजह से वह नीचे गिर गया और सरिया घुस गया। अब उसकी हालत ठीक है। वहीं जब अजय से बात की गई तो अजय ने भी यही बताया कि वह अब ठीक हैं।

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