भारत चौहान नई दिल्ली, दिल्ली सिख गुरु द्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनिजंदर सिंह सिरसा ने कहा है कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार द्वारा सिख बच्चों को ककार सहित परीक्षाओं में बैठने के विरोध में हल्फीया बयान दायर करना घटिया व तुच्छ हरकत है जिसे सिख कौम बर्दास्त नहीं करेगी।
जारी एक बयान में सिरसा ने बताया कि ककार धारण करने वाले बच्चों को परीक्षा में बैठने से रोकने के मामले पर दिल्ली गुरु द्वारा कमेटी की ओर से दायर अदालती मानहानि के केस की बुधवार को सुनवाई थी जिसमें केजरीवाल सरकार ने हल्फीया बयान दायर किया है कि ककार क्योंकि मैटल की वस्तुएं हैं इस लिए इनकी आज्ञा नहीं दी जा सकती। क्योंकि इनसे नक्ल होने का आंदेशा है। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पत्र लिख कर ककार धारण करने वाले बच्चों को परीक्षा में बैठने की आज्ञा देने की बात कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ ऐसा हल्फीया बयान दायर किया गया है जबकि केन्द्र सरकार व हरियाणा सरकार ने स्पष्ट किया है कि वह अमृतपान किये हुए सिख विद्यार्थियों को ककार सहित परीक्षा में बैठने की आज्ञा देने के लिए तैयार है। इससे केजरीवाल सरकार की दोगली नीति व सिख विरोधी मानिसकता को दर्शाया है। अगर अमृतपान किये हुए बच्चों को परीक्षा में बैठने नहीं दिया गया तो उनका भविष्य खराब होगा व अन्य बच्चे भी अमृतपान करने से गुरेज़ करने लगेंगे और यही घटिया सोच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का निशाना है।