नए चिकित्सीय कानून को लेकर एक बार फिर पूरे देश में विरोध शुरू हो चुका है। लोकसभा में बिल पेश होने से पहले देश भर के डॉक्टरों ने एकजुट होकर दिल्ली में प्रदशर्न करने का फैसला लिया है। इसके तहत विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में तैनात रेजीडेंट डॉक्टर 6 फरवरी को दिल्ली में एकत्रित होंगे। यहां कनॉट प्लेस स्थित लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज से विरोध शुरू होकर इंडिया गेट पर पहुंचेगा। जहां सरकार से कानून की खामियां दूर करने की मांग की जाएगी। मंगलवार को यह जानकारी फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) अध्यक्ष डॉ. विवेक चौकसे ने दी।
लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में आरएमएल और अन्य अस्पताल के डॉक्टरों ने मिलकर नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) के खिलाफ विरोध प्रदशर्न किया। इस दौरान चिकित्सीय विद्यार्थियों ने एकजुट होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही 6 फरवरी को होने वाले प्रदशर्न को लेकर घोषणा की। इसके अलावा स्टूडेंट्स काउंसिल ने मिलकर फोर्डा को एक ज्ञापन भी सौंपा है।
क्या है मामला:
सरकार भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआई) को भंग करके देश में एनएमसी कानून स्थापित करना चाहती है। बीते दिनों सरकार ने लोकसभा में इसे मंजूरी के लिए पेश भी किया था। लेकिन देश भर में चल रहे डॉक्टरों के विरोध के चलते इस कानून को संशोधन के लिए स्टैडिंग कमेटी के पास भेज दिया है। बताया जा रहा है कि बजट के बाद इस कानून को दोबारा सदन में कभी भी रखा जा सकता है।
ज्ञान प्रकाश दिल्ली