आंदोलन की राह में अब दिल्ली की नर्से, नहीं मानी मांगे तो जाएंगी 15 से हड़ताल

11 व 12 नवंबर को काली पट्टी बांधकर करेंगे प्रदर्शन, 13 व 14 नवंबर को दो घंटे काम बंद

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ज्ञान प्रकाश नई दिल्ली , नियुक्ति, प्रोन्नति, वेतन विसंगतियों समेत अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार से दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में नसरे का विरोध प्रदर्शन शुरू होगा। आगामी 15 नवंबर को 24 घंटे के लिए नसरे की हड़ताल रहेगी। रविवार को दिल्ली नर्सेज फेडरेशन (डीएनएफ) की ओर से ये जानकारी देते हुए बताया गया कि पिछले काफी समय से विविध मांगों को लेकर सरकार तक प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। इसलिए 11 व 12 नवंबर को सभी अस्पतालों में र्नसंिग कर्मचारी काली पट्टी बांधकर विरोध जताएंगे। वहीं 13 और 14 नवंबर को सुबह दो घंटे 9 से 11 बजे तक काम बंद कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद 15 नवंबर को हड़ताल होगी। इस प्रदर्शन के बाद भी अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो आने वाले दिनों में सभी र्नसंिग कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे।
अब तक की बैठकें रही बेनतीजा:
महासचिव लीलाधर ने बताया कि र्नसंिग कर्मचारियों के नए पदों पर नियुक्ति छठवें वेतन की सिफारिशें लागू कराने, नसरे का कैडर सी से बी ग्रुप में करने, सभी पदों पर पूर्व नसरे को नियुक्त नहीं करने इत्यादि मांगों को लेकर लंबे समय से बातचीत चली आ रही हैए लेकिन अब तक इन पर संज्ञान नहीं लिया है। इसलिए फेडरेशन के पास विरोध प्रदर्शन का ही एकमात्र रास्ता बचा हुआ है। उन्होंने बताया कि अगर इस प्रदशर्न के बाद भी उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो बगैर नोटिस दिए सभी र्नसंिग कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। इसीलिए उन्होंने अंतिम बार संबंधित विभाग को सूचित करते हुए अपनी मांगों से अवगत कराया है। र्नसंिग कर्मचारियों के प्रदर्शन से आम मरीजों को परेशानी नहीं होगी। लेकिन 15 नवंबर को हड़ताल होने के कारण अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों को जरूर दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। फिलहाल इसे लेकर फेडरेशन की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है।

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