कोविड-19 हृदय परिवर्तन: जो करते थे विरोध अब कर रहे हैं सहयोग, खुद को वारियर्स कहना पंसद!

स्वास्थ्य एजेंसियों का फोकस अब 102 हॉटस्पॉट/रोगग्रस्त क्षेत्र के वशिंदों को संभालना -48 घंटे में नये हॉटस्पॉट नहीं

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ज्ञानप्रकाश नई दिल्ली,वैश्विक महामारी कोरोना महाराष्ट्र के बाद दिल्ली हब बन चुकी है। कोविड-19 की रोकथाम, स्क्रींिनंग में जुटे वारियर्स ही नहीं अब राजधानी के वशिंदे भी संक्रमण से मुक्ति चाहते हैं। इसके लिए वे अब हर स्तर पर न सिर्फ वारियर्स का सहयोग कर रहे हैं बल्कि जो जांच, रोकथाम प्रक्रिया में अडचन पहुंचाने का काम कर रहे हैं उन उत्पातियों को भी ठीक कर रहे हैं। नरेला क्वारंटीन सेंटर में 10 लोग जबकि तुगलका बाद में 13 और द्वारका क्वारंटीन सेंटर में 23 ऐसे लोगों की पहचान की गई जो शुरुआत में वारियर्स के साथ सहयोग नहीं कर रहे थे। जब ये लोग ठीक हो गए हैं तो उनका मन भी परिवर्तित हो गया है। उनका कहना है कि जो भी सरकारी एजेंसियां रोकथाम कर रही है इसमें हमारी और हमारे परिवार का जीवन सुरक्षित होगा। हम कोरोना के कहर से मुक्ति पाएंगे। इनमें से ही एक जमाती शख्स ने कहा कि अब तक उसने समुदाय के 800 से ज्यादा लोगों के स्वास्थ्य की जांच कराने में एजेंसियों की मदद की है। अब वह वारियर्स या फिर फ्रंटलाइन वर्कर्स कहलाना पसंद करते हैं। स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि जो पहले हिंसा का सहारा ले रहे ते अब वारियर्स बन रहे हैं। लेकिन जिन 102 हॉटस्पॉट/कंटेनमेंट जोन (रोगग्रस्त क्षेत्र) हैं उन्हें संभालना चुनौती बना हुआ है। इन जोन्स से 346 संक्रमित मिल चुके हैं। करीब 4.67 लाख आबादी वाले इन जोन में अब तक 6972 नमूने जांच केलिए भेजे जा चुके हैं।
स्थिति:
कोरोना वायरस संक्रमितों का ग्राफ बढ़कर 3,439 हो चुका है, जबकि 56 दम तोड़ चुके हैं तो वहीं 1100 से अधिक ठीक भी हुए हैं। 24 घंटे में 3020 नमूनों में से 125 पॉजिटिव पाए गए। बने 11 कोविड अस्पतालों में मरीजों की संख्या 765 होचुकी है। इमें से 65 की हालत नाजुक बताई गई है। अब तक 48456 लिए गए नमूनों में से 6034 की रिपोर्ट आनी बाकी है।
48 घंटे में नया हॉटस्पॉट नहीं:
स्वास्थ्य सेवाओं की महानिदेशक डा. नूतन मुंडेजा के अनुसार 48 घंटे में कोरोना हाटस्पॉट नहीं बढ़ी हैं। सप्ताहभर में मृत्युदर में भी कमी दर्ज की गई है। एक भी एरिया को सील नहीं किया है। दो दिन पहले यानी मंगलवार तक कुल 102 इलाके सील थे जो आज भी हैं। जिन इलाकों को हॉटस्पॉट मानकर सील किया जा रहा है, वहां बाहर से किसी व्यक्ति को अंदर नहीं जाने दिया जाता। इसी तरह अंदर रह रहे व्यक्ति भी बाहर नहीं आ सकते। लोगों तक जरूरत का सारा सामान यहां तैनात पुलिसकर्मी व अन्य कर्मचारी पहुंचा रहे हैं। लॉकडाउन में आवाजाही के लिए 423 पास जारी किए गए। मास्क लगाये बिना घरों से निकलने के लिए 42 मामले दर्ज किये गये। पिछले महीने 24 मार्च को लॉकडाउन लागू होने से अब तक लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करने वाले कुल 1,28,257 लोगों को दिल्ली पुलिस अधिनियम की धारा 65 के तहत हिरासत में लिया गया है।

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