दिल्लीवासियों की सेहत के लिए कोरोना फास्ट: पिछले 24 घंटों में 792 नए मरीज, 15 मरे, 310 स्वस्थ हुए

9 दिन, हर दिन नई रफ्तार में दिखा कोरोना: क्या रहत बन गयी दिल्ली में आफत !

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ज्ञानप्रकाश नई दिल्ली, ऑड ईवर का हवाला देते हुए दिल्ली सरकार ने जहां लॉकडाउन 4.0 के तहत केंद्र सरकार से अनुमति ले चुकी है वहीं दूसरी ओर कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ ही हेल्थ वारियर्स को दिल्ली की नीति समझ से परे है। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि कम आंकडे और कंटेनमेंणट जोन नहीं बनाने कसे कोई भी राज्य खुद को ग्रीन या कोरोना मुक्त मान सकता है, जबकि सच्चाई यह है कि बीते सिर्फ 9 दिन में दिल्ली दिल्ली में पांच हजार से भी ज्यादा संक्रमित मरीज मिल चुके हैं। हालांकि इस मुद्दे पर जब दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य सचिव पद्यमिनी सिंघला की राय ली गई तो उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि यह नीतिगत फैसले हैं।
राहत लेकिन चिंता जनक:
अधिकारी ने कहा कि राहत वाले तथ्य ये हैं कि रिकवर होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है। पिछले 24 घंटों में 310 मरीज ठीक हुए हैं और उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। अब तक दर्ज कुल 15,257 संक्रमित मामलों में से 7,264 रिकवर हुए हैं। आंकडों पर फौरी नजर डाली जाए तो रिकवरी रेट 47.5 पर्सेट है। अगर यही गति जारी रही तो और नए मामले नहीं बढ़ते तो दिल्ली का रिकवरी रेट 50 फीसद के पार जा सकता है। ऐसा हुआ तो दिल्ली में रिकर्वड पेशेंट्स की संख्या ऐक्टिव केसेज से ज्यादा हो जाएगी।
माइक्रो कंटेनमेंट जोन गायब:
दिल्ली में कोरोना के इतिहास को यदि टटोले तो पहला मामला 2 मार्च को साने आया था, तब से लेकर 30 अप्रैल तक 3515 संक्रमित मरीत मिलने पर कंटेनमेंट जोन की संख्या 100 पार कर गई थी। एक से 15 मई के बीच दिल्ली में 22 कंटेनमेंट जोन को कोरोना मुक्त घोषित कर दिया। एम्स के निदेशक डा. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कंटेनमेंट जोन की योजना पर जब काम शुरू किया गया, तो दिल्ली में यह बेअसर दिखाई दे रहा था, जबकि बाकीराज्यों की तुलना में दिल्ली छोटा राज्य है। ऐसे में जब दो लॉकडाउन में भी स्थिति नियंतण्रमें नहीं आई। बता दे कि नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के निदेशक डा. सुजीत कुमार सिंह ने उपराज्यपाल अनिल बैजल के साथ बैठक कर नई कंटेनमेंट योजना पर काम करना का सुझाव दिया, जिसके आधार पर यह तय हुआ कि कोरोना वायरस को लेकर दिल्ली माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए। इसका उद्देश्य था समय रहते इसका सर्विलांस किया जा सके। इंडियन हार्ट फाउंडेशन के अध्यक्ष डा. आरएन कालरा ने कहा कि इनकी संख्या कितनी है इसका ब्यौरा मेडिकल बुलेटिन तक में नहीं दिया जा रहा है। जो आश्चर्य जनक है।
9 दिन, हर दिन नई रफ्तार में दिखा कोरोना:
तिथि कितने नए केस
19 मई 500
20 मई 534
21 मई 571
22 मई 660
23 मई 591
24 मई 508
25 मई 635
26 मई 412
27 मई 792

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