CAB बिल पर दिल्ली में संग्राम जामिया में पुलिस-प्रदर्शनकारियों में झड़प, आगजनी, तोड़फोड़

जामिया में पुलिस-प्रदर्शनकारियों में झड़प, आगजनी, तोड़फोड़ 4 बसों को लगायी आग कई लोग घायल

0
698

भारत चौहान नई दिल्ली। जामिया मिल्लिया इस्लामिया विविद्यालय ने रविवार को कहा कि दक्षिणी दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ आसपास के लोगों द्वारा विरोध प्रदर्शन के दौरान ¨हसा हुई, छात्रों के आंदोलन के दौरान नहीं। विविद्यालय ने एक बयान में कहा कि शु्क्रवार को पुलिस और छात्रों के बीच झड़प के बाद उसने पहले ही सर्दियों की छुट्टी घोषित कर दी है और सेमेस्टर परीक्षा टाल दी है। जामिया के मुख्य प्रॉक्टर ने कहा: पुलिस जबरन परिसर में घुसी, अनुमति नहीं ली गई, कर्मचारियों, छात्रों को पीटा गया, उन्हें परिसर से जाने को मजबूर किया गया। विविद्यालय ने कहा, ‘‘छात्रावास में रहने वाले बड़ी संख्या में छात्र पहले ही यहां से चले गए हैं। कुलपति नजमा अख्तर ने कहा है कि लाइब्रेरी के भीतर मौजूद छात्रों को निकाला गया और वे सुरक्षित हैं, उन्होंने पुलिस की कार्रवाई को ¨नदनीय बताया है। नजमा अख्तर ने छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की है।’
कैसे क्या हुआ पढ़िए
पुलिस ने विवि के द्वार बंद किएदिल्ली पुलिस जामिया मिल्लिया इस्लामिया परिसर में पहुंची और विविद्यालय के द्वारों को बंद कर दिया है। विविद्यालय के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
जामिया विविद्यालय में स्थिति नियंतण्रमें है, भीड़ हिंसक थी, उनमें से कुछ को हिरासत में ले लिया गया है। दिल्ली पुलिस ने जामिया विविद्यालय परिसर में प्रवेश करने के मुद्दे पर कहा : हमने हिंसा के बाद केवल स्थिति को नियंतण्रमें लेने का काम किया।


छात्रों ने क्या कहा पढ़िए
जामिया मिल्लिया इस्लामिया विविद्यालय ने रविवार को कहा कि दक्षिणी दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ आसपास के लोगों द्वारा विरोध प्रदर्शन के दौरान ¨हसा हुई, छात्रों के आंदोलन के दौरान नहीं। विविद्यालय ने एक बयान में कहा कि शु्क्रवार को पुलिस और छात्रों के बीच झड़प के बाद उसने पहले ही सर्दियों की छुट्टी घोषित कर दी है और सेमेस्टर परीक्षा टाल दी है। जामिया के मुख्य प्रॉक्टर ने कहा: पुलिस जबरन परिसर में घुसी, अनुमति नहीं ली गई, कर्मचारियों, छात्रों को पीटा गया, उन्हें परिसर से जाने को मजबूर किया गया। विविद्यालय ने कहा, ‘‘छात्रावास में रहने वाले बड़ी संख्या में छात्र पहले ही यहां से चले गए हैं। कुलपति नजमा अख्तर ने कहा है कि लाइब्रेरी के भीतर मौजूद छात्रों को निकाला गया और वे सुरक्षित हैं, उन्होंने पुलिस की कार्रवाई को ¨नदनीय बताया है।
नजमा अख्तर ने छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
नागरिकता संशोधन कानून का विरोध दिल्ली में उस समय हिंसक हो गया जब जामिया मिल्लिया इस्लामिया विविद्यालय के छात्रों के प्रदर्शन में स्थानीय लोग शरीक हो गए और पुलिस द्वारा उन्हें आगे बढ़ने से रोकने पर प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प हो गई। पुलिस के साथ संघर्ष के दौरान उन्होंने दक्षिण पूर्व दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी एवं मथुरा रोड पर डीटीसी की कई बसों, एक कार और एक अग्निशमन गाड़ी में आग लगा दी। पुलिस ने बताया कि इस ¨हसक प्रदर्शन में छह पुलिसकर्मी और दो दमकलकर्मी जख्मी हो गए। संघर्ष के कारण इलाके में यातायात बाधित हो गया और सड़कों पर वाहन कई घंटे तक फंसे रहे।जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्र नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने बसों में आग लगा दी और कम से कम तीन बस पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए और दमकल की एक गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई। प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले का इस्तेमाल किया जब वे शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे। एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव सिमॉन फारूकी ने दावा किया कि प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण तरीके से मथुरा रोड पर बैठे थे तभी पुलिस ने उनमें से कुछ को ‘‘परेशान’ करने का प्रयास किया जिसका उन्होंने विरोध किया। लाठीचार्ज के बाद भी हिंसक नहीं हुए हम : जामिया के छात्रों ने आज हुई ¨हसा के बाद बयान जारी कर कहा, ‘‘हम बार-बार कहते रहे हैं कि हमारा प्रदर्शन शांतिपूर्ण और अ¨हसक है। हम इस रुख पर अड़े हुए हैं और ¨हसा में शामिल किसी भी पक्ष की ¨नदा करते हैं।’ बयान में कहा गया है, ‘‘हमने उस समय भी शांति बनाए रखी जब छात्रों पर लाठीचार्ज किया गया और कुछ महिला प्रदर्शनकारियों को बुरी तरह पीटा गया। मीडियाकर्मी इन घटनाओं के गवाह रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि प्रदर्शन ¨हसक हो जाने के कारण वे परिसर में लौट आए और परिसर में शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे हैं।कई मेट्रो स्टेशनों के द्वार बंदकर दिए गए
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि किसी भी तरह की ¨हसा अस्वीकार्य है और प्रदर्शन शांतिपूर्ण होना चाहिए। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने ¨हसक प्रदर्शनों को देखते हुए रविवार शाम को सुखदेव विहार मेट्रो स्टेशन का प्रवेश एवं निकास द्वार बंद कर दिया। जामिया मिल्लिया इस्लामिया, ओखला विहार, जसोला विहार, शाहीन बाग के प्रवेश एवं निकास द्वार भी बंद कर दिए गए हैं और इन स्टेशनों पर कोई ट्रेन नहीं रुकेगी। दिल्ली यातायात पुलिस ने ट्वीट कर कहा कि आंदोलन के कारण ओखला अंडरपास से सरिता विहार तक यातायात बंद रहा। जेटीए ने की निंदा : जामिया टीर्चस एसोसिएशन ने नागरिकता कानून के खिलाफ ¨हसा की ¨नदा की और कहा कि वह दक्षिणी दिल्ली में आगजनी का हिस्सा नहीं है। एसोसिएशन ने स्थानीय राजनीतिक नेताओं के नेतृत्व वाले इस तरह के ‘‘दिशाहीन’ प्रदर्शन से दूर रहने की छात्रों से अपील की।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here