भारत चौहान नई दिल्ली, चीन की पहली प्रायोगिक अंतरिक्ष प्रयोगशाला के 31 मार्च और चार अप्रैल के बीच पृथ्वी पर गिरने की संभावना है। साथ ही इसके वायुमंडल में नष्ट होने की संभावना भी है। चीन के मानवयुक्त अंतरिक्ष इंजीनियंिरग कार्यालय द्वारा कल जारी एक बयान के अनुसार, तियांगोंग-1 ने 16 मार्च को आधिकारिक रूप से डेटा भेजना बंद कर दिया और वह अपने जीवन के अंतिम चरण में है। बयान के अनुसार, तियांगोंग या हेवनली पैलेस करीब216.2 किलोमीटर की औसत ऊंचाई पर अंतरिक्ष की कक्षा में स्थापित है। बींिजग एयरोस्पेस कंट्रोल सेंटर और अन्य एजेंसी के अनुमानों के मुताबिक, अंतरिक्ष प्रयोगशाला के 31 मार्च और चार अप्रैल के बीच वायुमंडल में प्रवेश करने की संभावना है।