एम्स: बेहतर चिकित्सीय सेवाएं ही नहीं साफ सुथरा होने के मामले में भी है औव्वल -सफदरजंग अस्पताल सफाई के मामले में चौथे स्थान पर रहा, मिलेगा 50 लाख रुपये -देशभर में चलाए गए स्वच्छ अस्पताल होने पर सरकार देगी ढ़ाई करोड़ रुपये का पुरस्कार -11 अस्पतालों में से हुआ एम्स का चयन, 10 करोड़ बांटेंगे

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ज्ञानप्रकाश नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वीजन स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत अभियान के तहत देशभर के केंद्रीय स्वास्थ्य मेंद्रों की सफाई की जांच का सव्रे किया गया। जिसमें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को सफाई के मामले में पहला स्थान दिया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा बृहस्पतिवार को डा. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में आयोजित एक समारोह में यह राशि देकर पुरस्कृत करेंगे। इसके अलावा देश के 10 अन्य अस्पतालों को भी पुरस्कार के लिए चुना गया है। सरकार ने अस्पतालों में स्वच्छता के लिहाज से जागरु कता लाने के लिए यह योजना बीते साल जुलाई माह में प्रारंभ की थी। जिसमें 11 अस्पतालों को बेहतर सफाई के लिए 10 करोड़ रु पये इनाम के रूप में देने का फैसला किया है। एम्स को वर्ष 2017-18 के सबसे स्वच्छ सरकारी अस्पताल के रूप में चयन किया। इस मामले में देशभर में सबसे अधिक बिस्तरों वाले बड़े अस्पताल वर्धमान महामवीर मेडिकल कॉलेज से संबद्ध सफदरजंग अस्पताल सफाई अभियान में चौथा स्थान हासिल करने में सफल रहा है। सफदरजंग अस्पताल को भी सफाई में सुधार के लिए 50 लाख रु पये का इनाम मिलेगा।अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. राजेंद्र शर्मा ने कहा कि हम मरीजों के साथ ही उनके रिश्तेदारों को साफ सफाई के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उन्हें यह बताया जा रहा है कि सफाई न सिर्फ उनकी सेहत के लिए जरूरी है बल्कि जिनका यहां इलाज चल रहा है उनके जल्द स्वस्थ होने के लिए भी जरूरी है। अस्पताल की मीडिया प्रभारी पूनम ढांडा ने कहा कि यहां पर जैवकीय और अजैवकीय कचरे के लिए अलग अलग कूड़ेदान कर प्रयोग किया जाता है। चूंकि यहां मरीजों को दबाव सबसे ज्यादा है इसलिए हमें राउंड द क्लाक सफाई पर गंभीरता से ध्यान देना पड़ता है। जिसमें हमें सफलता मिली है।
सनद रहे:
दो सप्ताह पहले ही केंद्र सरकार ने अस्पतालों में स्वच्छता पखवाड़ा शुरू किया था। जिसे रविवार को समाप्त किया गया। पखवाड़े के दौरान अस्पतालों का निरीक्षण करने से पहले इन्हें श्रेणी केअनुसार रखा था। जबकि ए श्रेणी के अस्पतालों में एम्स को पहला पीजीआइ चंडीगढ़ को दूसरा स्थान मिला है। पांडिचेरी स्थित जेआईपीएमईआर को तीसरा और सफदरजंग अस्पताल को चौथे स्थान से संतोष करना पड़ा। इसके अलावा बी श्रेणी में शिलांग के नार्थ ईस्टर्न इंदिरा गांधी रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड मेडिकल साइंस को पहला, भुवनेर एम्स को दूसरा स्थान मिला है। इनके अलावा मंत्रालय ने ऋषिकेश एम्स, रायपुर एम्स, दिल्ली के राष्ट्रीय टीबी व ास रोग संस्थान व भोपाल एम्स को चौथे पायदान पर रखा है।

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