भारत चौहान नई दिल्ली, देश को आखिरकार लंबे इंतजार के बाद राफेल लड़ाकू विमान मिल ही गया है. बुधवार को आसमान से बरसती हुई बारिश की बूंदों के रुकने के कुछ देर बाद ही अंबाला के एयरबेस पर पांच राफेल विमानों ने लैंडिंग की. फ्रांस से मिलने वाले कुल 36 विमानों में ये पहली खेप है, जिसका शानदार स्वागत हुआ.
मंगलवार को फ्रांस से राफेल लड़ाकू विमानों ने उड़ान भरी थी, जिसके बाद वो UAE में रुके. UAE से जब बुधवार सुबह उड़ान भरनी थी, तो अंबाला में लगातार बादल छाए हुए थे. जिस वजह से जोधपुर में एक बैकअप लैंडिंग प्लान तैयार किया गया, हालांकि जबतक राफेल विमान आए तबतक मौसम पूरी तरह साफ हो गया था. राफेल ने जब अंबाला एयरबेस की धरती पर कदम रखा, तो वाटर सैल्यूट के द्वारा उनका स्वागत किया गया.
UAE से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद राफेल लड़ाकू विमानों ने भारतीय वायुसीमा में प्रवेश कर लिया था. इस दौरान उनका स्वागत भारतीय नौ सेना के INS कोलकाता ने किया, जो समुद्री सीमा की रक्षा में लगा हुआ था. INS कोलकाता ने राफेल विमानों का भारतीय सीमा में स्वागत किया, साथ ही बधाई देते हुए कहा कि आप आसमान की ऊंचाइयों को छुएं, आपकी लैंडिंग सफल हो. जवाब में राफेल पायलट की ओर से भी INS कोलकाता को हैप्पी हंटिंग विश किया गया.
पीएम और रक्षा मंत्री ने किया स्वागत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राफेल के आगमन पर संस्कृत भाषा में एक श्लोक ट्वीट किया, जिसका अर्थ था कि राष्ट्र रक्षा के समान कोई पुण्य नहीं, राष्ट्र रक्षा के समान कोई व्रत नहीं, राष्ट्र रक्षा के समान कोई यज्ञ नहीं.
वहीं, राफेल का लैंडिंग करते वक्त टचडाउन का वीडियो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने ट्विटर अकाउंट पर डाला, जो देखते ही देखते वायरल हो गया. उन्होंने साथ ही लिखा कि ये वायुसेना के इतिहास में क्रांतिकारी बदलाव है, अब अगर कोई दुश्मन हमारी ज़मीन पर बुरी नज़र डालता है तो उसे कई बार सोचना होगा.