विदेश मंत्री सुषमा स्वराज दो दिवसीय नेपाल दौरे पर गुरूवार को यहां पहुंचेंगी। अपनी इस यात्रा के दौरान वह नेपाल के शीर्ष नेतृत्व से बातचीत करेंगी।
नेपाल में कुछ दिनों बाद ही वाम गठबंधन की नयी सरकार का गठन होने वाला है। उम्मीद की जा रही है कि सीपीएन-यूएमएल के अध्यक्ष तथा पूर्व प्रधानमंत्री के पी ओली के नेतृत्व में नयी सरकार बनेगी।
उनकी यात्रा ऐसे समय हो रही है जब हाल ही में नेपाल में प्रांतीय, स्थानीय और संसदीय चुनाव के तीन चरण सफलतापूर्वक संपन्न हुए हैं।
नेपाल में विभिन्न चुनाव संपन्न होने के बाद किसी वरिष्ठ भारतीय मंत्री की यहां की यह पहली यात्रा होगी।
भारतीय दूतावास सूत्रों ने बताया कि नेपाल और भारत के बीच नियमित राजनीतिक यात्राओं की परंपरा को कायम रखते हुए यह उच्चस्तरीय सद्भावना दौरा होगा।
सुषमा राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी और प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउवा से मुलाकात करने के बाद शुववार को नयी दिल्ली लौटेंगी।
सुषमा पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड के साथ ही ओली से भी मुलाकात करेंगी।
यहां के राजनीतिक हलके में भारत से इस उच्चस्तरीय यात्रा को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। श्रीमती स्वराज की नेपाल यात्रा को सु:खद बताते हुए वरिष्ठ उद्यमी योग्या प्रसाद नेयूप्यूने ने कहा कि इससे यहां राजीनित स्तर पर चल रहा धुंध समाप्त होगा। केपी शर्मा ओली के नेतृत्व में नेपाल में पहली सशक्त स्थायित्व प्रदान करने वाली सरकार बनेगी। सूत्रों ने कहा कि इस यात्रा के दौरान भारत में नेपाल के राजदूत के नाम पर भी विचार विमर्श किया जा सकता है।
ज्ञान प्रकाश दिल्ली